महिलाओं में डायबिटीज के छिपे लक्षण: जानें 7 महत्वपूर्ण संकेत

महिलाओं में डायबिटीज के लक्षण
क्या आप अक्सर थकान का अनुभव करती हैं या आपकी त्वचा बार-बार संक्रमण का शिकार हो रही है? इन लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि ये डायबिटीज के छिपे हुए संकेत हो सकते हैं। खासकर महिलाओं में, डायबिटीज अक्सर चुपचाप विकसित होती है और जब तक इसके लक्षण सामने आते हैं, तब तक कई अंग प्रभावित हो चुके होते हैं।
महिलाओं के हार्मोनल परिवर्तन, मासिक धर्म और गर्भावस्था जैसे कारक डायबिटीज को और जटिल बना देते हैं। शोध से पता चलता है कि महिलाओं में उच्च रक्त शर्करा का प्रभाव केवल इंसुलिन पर नहीं, बल्कि हृदय, गुर्दे और प्रजनन प्रणाली पर भी पड़ता है। इसलिए, महिलाओं के लिए यह जानना आवश्यक है कि कौन से लक्षण सामान्य लगते हैं लेकिन वास्तव में स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
1. बार-बार योनि संक्रमण
यदि आपको बार-बार यीस्ट या मूत्र पथ संक्रमण हो रहा है, तो यह उच्च रक्त शर्करा का संकेत हो सकता है। शुगर बैक्टीरिया और फंगस के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है।
2. थकान और कमजोरी
डायबिटीज में ग्लूकोज कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाता, जिससे शरीर को ऊर्जा नहीं मिलती और थकान बनी रहती है।
3. त्वचा में बदलाव
गर्दन या कांख के आसपास की त्वचा का काला होना, मोटा होना या खुजली जैसे लक्षण डायबिटीज का संकेत हो सकते हैं।
4. यौन इच्छा में कमी
डायबिटीज महिलाओं की तंत्रिका और हार्मोनल स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जिससे यौन इच्छा में कमी आ सकती है।
5. मासिक धर्म में अनियमितता
ब्लड शुगर असंतुलन हार्मोन स्तर को प्रभावित कर सकता है, जिससे मासिक धर्म अनियमित हो सकता है।
6. बालों का झड़ना
असंतुलित रक्त शर्करा स्कैल्प में रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है, जिससे बाल कमजोर होकर गिरने लगते हैं।
7. बार-बार प्यास लगना और पेशाब आना
बार-बार प्यास लगना और पेशाब आना डायबिटीज का एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण लक्षण है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
यदि इनमें से कोई भी लक्षण लगातार महसूस हो रहा है, तो तुरंत रक्त शर्करा परीक्षण कराना और डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। समय पर डायबिटीज को नियंत्रित करने से गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।