महिलाओं के हार्मोन संतुलन के लिए कद्दू और सूरजमुखी के बीज का महत्व

महिलाओं में हार्मोन असंतुलन के प्रभाव
महिलाओं में हार्मोन का असंतुलन कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और हार्मोन को संतुलित रखें। हार्मोन असंतुलन के कारण शरीर में कई परिवर्तन होते हैं, जिससे कुछ महिलाओं का वजन बढ़ सकता है, जबकि अन्य को पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम (PCOS) का सामना करना पड़ सकता है।
हार्मोन असंतुलन से होने वाली समस्याएं
- बालों का झड़ना।
- अचानक वजन बढ़ना।
- मासिक धर्म में अनियमितता।
- PCOS की समस्या।
डॉक्टर की सलाह और घरेलू उपाय
हार्मोन असंतुलन के उपचार के लिए डॉक्टर दवाइयां देते हैं, जिन्हें नियमित रूप से लेना पड़ता है। इसलिए, कोशिश करें कि आपके हार्मोन संतुलित रहें ताकि दवाइयों की आवश्यकता न पड़े। इसके लिए, कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीज का सेवन करें।
कद्दू के बीज का सेवन कैसे करें
कद्दू के बीजों का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। इन्हें भुनकर, पीसकर या सलाद में मिलाकर खा सकते हैं। कुछ लोग इन्हें सब्जियों, दाल या सूप में भी डालते हैं।
सही समय पर सेवन
मासिक धर्म शुरू होने से 14 दिन पहले कद्दू के बीजों का सेवन शुरू करें। दिन में एक बार एक बड़ा चम्मच भुने या पिसे हुए कद्दू के बीज का पाउडर लें। इससे हार्मोन में उतार-चढ़ाव कम होगा और मासिक धर्म नियमित आएगा।
सूरजमुखी के बीज का सेवन
सूरजमुखी के बीज भी हार्मोन संतुलन में मदद करते हैं। आप इन्हें सीधे खा सकते हैं या इसके तेल का सेवन कर सकते हैं। मासिक चक्र शुरू होने से पहले रोजाना एक बड़ा चम्मच सूरजमुखी के बीज का सेवन करें।
डॉक्टर से सलाह लें
कई महिलाएं इन बीजों को पचाने में कठिनाई महसूस करती हैं। इसलिए, इन्हें खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना उचित होगा।