महिलाओं के लिए स्वस्थ आहार के टिप्स: बीजों का महत्व

महिलाओं के लिए स्वस्थ रहने के लिए एक संतुलित आहार बेहद जरूरी है। इस लेख में, हम बीजों के महत्व और उनके स्वास्थ्य लाभों पर चर्चा करेंगे। चिया, अलसी, कद्दू, सूरजमुखी और तिल के बीजों के सेवन से न केवल हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि ये वजन कम करने और त्वचा को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। जानें कि इन बीजों को अपने आहार में कैसे शामिल करें और किन बातों का ध्यान रखें।
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महिलाओं के लिए स्वस्थ आहार के टिप्स: बीजों का महत्व

स्वस्थ आहार के लिए बीजों का महत्व


महिलाओं के लिए स्वस्थ आहार के टिप्स: आजकल, हमारे जीवनशैली के कारण, लोगों को अपनी सेहत के प्रति अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। पिछले कुछ वर्षों में, जीवनशैली से संबंधित बीमारियों का खतरा काफी बढ़ गया है। ये बीमारियाँ अक्सर छोटे स्तर से शुरू होती हैं; यदि आप सतर्क रहें, तो इन्हें रोका जा सकता है। महिलाओं में इन बीमारियों का खतरा अधिक होता है क्योंकि वे परिवार और घर के मामलों में अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसे में स्वस्थ रहने का एकमात्र उपाय है एक संतुलित आहार।


महिलाओं के लिए स्वस्थ आहार के टिप्स: बीजों का महत्व


इस आहार में बीजों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं। अब सवाल यह है कि महिलाएं अपनी सेहत का ध्यान कैसे रखें? उन्हें किस प्रकार का आहार लेना चाहिए? कौन से 5 बीजों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य लाभ मिल सके? दिल्ली के कैलाश दीपक अस्पताल की डाइटिशियन मंसी शर्मा ने इस विषय पर जानकारी दी है।


जानें कि कौन से बीजों से कौन से स्वास्थ्य लाभ मिलेंगे।


चिया बीज: विशेषज्ञ के अनुसार, चिया बीज सुपरफूड की श्रेणी में आते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इन बीजों का सेवन हड्डियों को मजबूत रखने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा, ये बीज वजन कम करने, दिल को स्वस्थ रखने और त्वचा तथा बालों को भी स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। चिया बीजों को पानी या दही में मिलाकर खाया जा सकता है।


अलसी के बीज: अलसी के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और लिग्नन्स होते हैं। लिग्नन्स हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। इन बीजों का सेवन हार्मोनल असंतुलन को कम करता है, हृदय रोगों का खतरा घटाता है, कब्ज से राहत देता है और त्वचा को बेहतर बनाता है। ये बीज रक्तचाप को भी नियंत्रित करते हैं। अलसी के बीजों को पीसकर दही, सलाद या स्मूदी में मिलाया जा सकता है।


कद्दू के बीज: कद्दू के बीज मैग्नीशियम, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। ये सभी तत्व स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करते हैं। रोजाना कद्दू के बीज खाने से नींद में सुधार, मूड स्विंग्स में कमी, हृदय रोगों की रोकथाम और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद मिलती है। विशेषज्ञों के अनुसार, कद्दू के बीजों को भुना या कच्चा खाया जा सकता है। इन्हें सलाद, दही या सूप में भी मिलाया जा सकता है।


सूरजमुखी के बीज: सूरजमुखी के बीज विटामिन ई, मैग्नीशियम और सेलेनियम से भरपूर होते हैं। इसलिए, इन बीजों का सेवन हृदय रोगों के खतरे को कम करता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत रखता है और त्वचा को भी स्वस्थ बनाए रखता है। इसके अलावा, ये बीज मूड स्विंग्स को कम करते हैं और ऊर्जा स्तर को बढ़ाते हैं। सूरजमुखी के बीजों को भुना या कच्चा खाया जा सकता है। इन्हें सलाद, दही या सूप में भी मिलाया जा सकता है।


तिल के बीज: तिल के बीज कैल्शियम, आयरन और जिंक से भरपूर होते हैं। इसलिए, इन बीजों का सेवन हड्डियों को मजबूत करता है, एनीमिया को रोकता है, इम्यूनिटी को बढ़ाता है, बालों को स्वस्थ रखता है और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखता है। तिल के बीजों को भुना या कच्चा खाया जा सकता है। इन्हें मिठाइयों, दही या सलाद में भी मिलाया जा सकता है।



इन बातों का ध्यान रखें


यदि कोई एलर्जी है, तो बीज खाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।


बीज खाने से पहले हमेशा उन्हें साफ पानी से धो लें।


बीजों को पीसकर खाने से शरीर उन्हें आसानी से अवशोषित कर लेता है।


चिया बीजों को केवल पानी में भिगोकर खाने के बाद ही खाएं।


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