महिला यात्री ने रेलवे में असुरक्षित अनुभव साझा किया, वीडियो हुआ वायरल

एक महिला यात्री ने भारतीय रेलवे में अपने असुरक्षित अनुभव को साझा करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे अनरिजर्व यात्री उनके रिजर्व कोच में घुस आए। नेहा ने अपनी यात्रा के दौरान असुविधा और सुरक्षा की कमी के बारे में बताया। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। जानें इस घटना के बारे में और क्या कहा यात्रियों ने।
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महिला यात्री ने रेलवे में असुरक्षित अनुभव साझा किया, वीडियो हुआ वायरल

महिला की सीट पर हुआ कब्जा

महिला यात्री ने रेलवे में असुरक्षित अनुभव साझा किया, वीडियो हुआ वायरल

महिला की सीट पर हुआ कब्जा Image Credit source: Social Media


हाल ही में, एक महिला यात्री ने भारतीय रेलवे में अपने अनुभव को साझा करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। इस वीडियो में नेहा नाम की महिला ने बताया कि कैसे अनरिजर्व यात्री उनके रिजर्व कोच में घुस आए और उन्हें पूरी रात असुरक्षित महसूस कराया।


नेहा ने स्लीपर क्लास में यात्रा की थी और वीडियो में दिखाया कि कोच में इतनी भीड़ थी कि कई लोग उनके रिजर्व लोअर बर्थ के किनारे बैठ गए थे। कोच का कॉरिडोर भी यात्रियों से भरा हुआ था। वीडियो में नेहा ने कहा, 'मैं सच में बहुत परेशान हूं। ट्रेन में हर तरफ भीड़ है। देखिए, यही हाल है अभी।'


यात्रियों ने रिजर्व सीट पर किया कब्जा


वीडियो के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा कि मेरी प्रोफाइल पर दूसरा वीडियो भी देखें। अंततः मुझे अपनी सीट मिल गई। उत्तर की ओर यात्रा करते समय कुछ भी सहन करने के लिए तैयार रहना पड़ता है। मैं जितना सह सकती थी, सह रही थी। अब मैं क्या कर सकती हूं? शायद कुछ नहीं बदलेगा, लेकिन कम से कम मैं इसे सबके सामने ला सकती हूं।


नेहा ने एक और वीडियो साझा किया, जिसमें स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि कुछ पुरुष यात्री उनकी बर्थ के किनारे बैठे थे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा बिल्कुल आसान नहीं थी। किसी तरह रात बीती। मैंने रेलमदद नंबर 139 पर कॉल भी किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने यह भी कहा कि वह पूरी तरह से पुरुष यात्रियों को दोष नहीं दे रही हैं, क्योंकि कुछ शायद मजबूरी में रिजर्व कोच में आए होंगे।


कौन करता है ऐसा?


नेहा ने अपनी असुविधा को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भले ही किसी का इरादा गलत न हो, लेकिन जब कोई बिना पूछे उनकी सीट पर बैठ जाता है, तो वह असहज महसूस करती हैं। उन्होंने टिकट बुक की है और पैसे दिए हैं, इसलिए उन्हें सवाल पूछने का हक है। अगर बुकिंग नहीं भी होती और कोई पुरुष अजीब व्यवहार करता, तो भी वह आवाज उठातीं। अंततः उन्हें अपनी सीट वापस मिल गई।


नेहा ने आगे बताया कि कई लोगों ने उनके वीडियो को देखकर अधिकारियों को टैग किया और उनकी बात को आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि सभी का धन्यवाद जिन्होंने उनका समर्थन किया। वह पूरे उत्तर भारत को दोष नहीं दे रही हैं, बस अपना अनुभव साझा कर रही हैं।


यहां देखिए वीडियो



इस घटना के बाद, कई लोगों ने सुझाव दिया कि रेलवे को अपने सुरक्षा इंतजामों को बेहतर बनाना चाहिए, खासकर त्योहारों या छुट्टियों के दौरान जब ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना रेलवे की प्राथमिक जिम्मेदारी है।