महिला की डिलीवरी में लापरवाही: अस्पताल पर कार्रवाई की मांग

हरियाणा के यमुनानगर में एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान हुई लापरवाही ने एक महिला की जान को खतरे में डाल दिया। डॉक्टर द्वारा पेट में कॉटन की पट्टी छोड़ने से महिला गंभीर रूप से बीमार हो गई। परिवार ने अस्पताल के खिलाफ आवाज उठाई है और न्याय की मांग की है। जानें इस चौंकाने वाली घटना के बारे में और क्या कदम उठाए गए हैं।
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महिला की डिलीवरी में लापरवाही: अस्पताल पर कार्रवाई की मांग

यमुनानगर में डिलीवरी के दौरान हुई गंभीर लापरवाही

God save us from such a doctor! A cotton strip was left inside the woman’s stomach during delivery, the truth was revealed when her health deteriorated


हरियाणा के यमुनानगर जिले में एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान हुई लापरवाही ने एक महिला की जान को संकट में डाल दिया। डॉक्टर की गलती से महिला के पेट में कॉटन की पट्टी छोड़ दी गई, जिससे उसकी तबीयत गंभीर रूप से बिगड़ गई। अब महिला के परिवार ने अस्पताल के खिलाफ आवाज उठाई है। परिजनों ने लघु सचिवालय जाकर न्याय की गुहार लगाई और सख्त कार्रवाई की मांग की।


उस्मान, जो बीबीपुर के निवासी हैं, ने बताया कि उनकी पत्नी को डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर की लापरवाही से पेट में कॉटन की पट्टी रह गई। डिलीवरी के बाद महिला की स्थिति लगातार खराब होती गई, लेकिन परिवार को इसकी असली वजह का पता नहीं चला।


परिवार ने पहले स्थानीय डॉक्टरों से इलाज कराया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। जब महिला को यमुनानगर के एक अल्ट्रासाउंड सेंटर ले जाया गया, तो वहां भी डॉक्टरों ने सही जानकारी देने से परहेज किया और अस्पताल की जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की। इस दौरान महिला की स्थिति और बिगड़ गई।


गंभीर स्थिति को देखते हुए परिजन महिला को पंचकूला के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां फिर से ऑपरेशन करना पड़ा। इस ऑपरेशन में डॉक्टरों ने पेट में छोड़ी गई कॉटन की पट्टी को बरामद किया। इसके कारण महिला के शरीर में संक्रमण फैल गया और उसकी आंखों की रोशनी भी प्रभावित हुई। यह जानकारी बेहद चौंकाने वाली थी।


मंगलवार को पीड़ित परिवार ने लघु सचिवालय जाकर पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। परिजनों ने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषी डॉक्टर तथा अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि यह केवल लापरवाही नहीं, बल्कि जान से खेलने वाला अपराध है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।