महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटनाओं से बढ़ती मौतों की संख्या: 95,722 जानें गईं
महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता आंकड़ा
जनवरी 2019 से सितंबर 2025 के बीच महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटनाओं के कारण 95,722 लोगों की जान गई है, जैसा कि आधिकारिक आंकड़ों में दर्शाया गया है।
महाराष्ट्र परिवहन विभाग के अनुसार, इस वर्ष के पहले तीन महीनों (जनवरी से मार्च) में 26,922 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 11,532 लोगों की मृत्यु हुई। पिछले वर्ष इसी समय में 26,719 दुर्घटनाएं और 11,573 मौतें हुई थीं।
पुणे में भयानक सड़क हादसा
पुणे में मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर एक गंभीर दुर्घटना में दो बड़े कंटेनर ट्रकों के बीच एक कार फंस गई, जिससे वह पूरी तरह से चकनाचूर हो गई। इस हादसे में आठ लोगों की जान गई और 14 अन्य घायल हुए।
दुर्घटना के बाद तीनों वाहनों में आग लग गई।
सड़क दुर्घटनाओं का विस्तृत आंकड़ा
30 सितंबर तक के पिछले छह वर्षों में महाराष्ट्र में 2,19,039 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 95,722 लोगों की जान गई और 1,29,670 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। इसके अलावा, 53,036 अन्य को मामूली चोटें आईं।
पिछले वर्ष 36,118 दुर्घटनाओं में 15,715 लोगों की मृत्यु हुई थी, जबकि इस वर्ष सितंबर तक 26,922 दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 11,532 लोगों ने अपनी जान गंवाई।
राष्ट्रीय स्तर पर सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, 2023 में पूरे देश में सड़क दुर्घटनाओं में 1,72,890 लोगों की जान गई। महाराष्ट्र 15,366 मौतों के साथ तीसरे स्थान पर रहा, जबकि तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश पहले दो स्थानों पर हैं।
सड़क दुर्घटनाओं के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के पीछे कमजोर प्रवर्तन, लापरवाह ड्राइविंग, अपर्याप्त प्रशिक्षण और क्षमता से अधिक लदे यात्री जैसे कारण शामिल हैं।
हालांकि, 2020 में कोरोना महामारी के कारण वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध के चलते दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई, लेकिन उसके बाद से अधिकारियों के प्रयासों के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं और इससे होने वाली मौतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
