महाराष्ट्र में राजनीतिक गठबंधन का नया मोड़: एनसीपी और कांग्रेस की संभावित साझेदारी

महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ देखने को मिल सकता है, जब एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कांग्रेस के साथ संभावित गठबंधन पर चर्चा की। पुणे नगर निगम चुनावों में अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है। हालांकि, महायुति गठबंधन को छोड़कर कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना कम है। कांग्रेस भी चुनावों के लिए सतर्कता बरत रही है और अपनी स्थिति को मजबूत बनाए रखने की कोशिश कर रही है। इस राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।
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महाराष्ट्र में राजनीतिक गठबंधन का नया मोड़: एनसीपी और कांग्रेस की संभावित साझेदारी

राज्य की राजनीति में संभावित बदलाव

क्या महाराष्ट्र की जनता सत्ताधारी गठबंधन में एक नया मोड़ देखने जा रही है? सूत्रों के अनुसार, यह संभव है यदि महायुति की सहयोगी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ गठबंधन कर ले। एनसीपी के प्रमुख अजित पवार पुणे नगर निगम चुनावों में अपनी पार्टी की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस के साथ हाथ मिला सकते हैं।


रविवार रात, एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार ने कांग्रेस नेता सतेज पाटिल से फोन पर बात की और नगर निगम चुनावों के लिए गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा की।


एक कांग्रेस नेता ने बताया कि पवार ने पाटिल से पूछा कि क्या कांग्रेस एनसीपी के साथ गठबंधन में रुचि रखती है। पाटिल, जो पुणे नगर निगम में पार्टी का प्रभार संभाल चुके हैं, ने पवार को आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व से चर्चा करेंगे। हालांकि, एनसीपी द्वारा महायुति गठबंधन को छोड़कर कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की संभावना कम है, लेकिन पवार की पहल एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम मानी जा रही है।


कांग्रेस पुणे नगर निगम चुनावों के लिए सतर्कता बरत रही है और चुनावों में संभावित लाभ और हानियों पर विचार कर रही है। पार्टी अपने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सहयोगियों के साथ भी सतर्क है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस पुणे नगर निगम की 165 सदस्यीय परिषद में कम सीटों के लिए बातचीत करने के मूड में नहीं है। पार्टी का मानना है कि लोकसभा में पुणे से कांग्रेस का सांसद होने के कारण नगर निगम में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखना आवश्यक है।