महाराष्ट्र में बारिश से किसानों को भारी नुकसान, शरद पवार की चिंता

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में हालिया भारी बारिश के कारण किसानों और ग्रामीण जीवन पर पड़े प्रभाव को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने राज्य सरकार से राहत और पुनर्वास प्रयासों को प्राथमिकता देने की अपील की है। पवार ने बताया कि इस आपदा ने न केवल फसलों को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि जानवरों की भी बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं। इसके अलावा, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बिगड़ती स्थिति और स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता पर भी जोर दिया। जानें इस संकट के बारे में और क्या कदम उठाए जाने की जरूरत है।
 | 
महाराष्ट्र में बारिश से किसानों को भारी नुकसान, शरद पवार की चिंता

शरद पवार की आपदा पर चिंता

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में हुई भारी बारिश के कारण हुए व्यापक नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस आपदा ने किसानों को बुरी तरह प्रभावित किया है और ग्रामीण जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।


पूर्व मुख्यमंत्री ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि इस प्राकृतिक आपदा ने न केवल फसलों को नष्ट किया है, बल्कि जानवरों की भी बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं, जिससे कृषक समुदाय गंभीर संकट में है।


पवार ने कहा, "यह संकट केवल किसानों तक सीमित नहीं है। छोटे और बड़े व्यवसाय, कारीगर, खेतिहर मजदूर और गांवों के पारंपरिक समुदाय भी इस स्थिति से प्रभावित हुए हैं।"


ग्रामीण क्षेत्रों में बिगड़ती स्थिति

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में बिगड़ती स्थिति पर ध्यान आकर्षित करते हुए ईंधन और आवश्यक खाद्य आपूर्ति की कमी की ओर इशारा किया। पवार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को तुरंत सक्रिय करने की आवश्यकता बताई।


पवार ने चेतावनी दी कि बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है और स्वास्थ्य सेवाओं को बिना किसी देरी के उपलब्ध कराना आवश्यक है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया।


मंत्रियों के दौरे पर आलोचना

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों में मंत्रियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के दौरे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ये दौरे प्रशासन का ध्यान नुकसान का आकलन करने और राहत उपायों को लागू करने के बजाय प्रोटोकॉल संबंधी दायित्वों पर केंद्रित कर रहे हैं।


पवार ने चेतावनी दी कि इन यात्राओं के कारण आकलन में देरी हो रही है, जिससे राहत कार्य धीमा हो रहा है। मराठवाड़ा क्षेत्र के कई हिस्सों में हाल ही में हुई मूसलधार बारिश और बाढ़ के कारण फसलों का आकलन जारी है।


इन क्षेत्रों में छत्रपति संभाजीनगर, जालना, लातूर, परभणी, नांदेड़, हिंगोली, बीड और धाराशिव जिले शामिल हैं। इस मानसून में अब तक इन आठ जिलों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 86 लोगों की जान जा चुकी है।