महाराष्ट्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर नेताओं के खिलाफ काले झंडे दिखाने की चेतावनी

मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की कड़ी प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले नेताओं के खिलाफ काले झंडे दिखाने की घटनाओं को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्यों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
बावनकुले ने कहा कि यह उचित नहीं है कि प्रदर्शनकारी नेताओं के काफिले को रोके। राज्य के कई हिस्सों, विशेषकर मराठवाड़ा में, 20 सितंबर से भारी बारिश हुई है, जिसके कारण हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं और लाखों किसान संकट में हैं।
अमरावती में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'यदि कोई बयान देना चाहता है, तो मैं उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हूं, लेकिन काले झंडे दिखाना विरोध का सही तरीका नहीं है। यदि यह जारी रहा, तो हमें भी उसी तरह प्रतिक्रिया देनी होगी। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।'
मंत्री ने यह भी कहा कि भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों को मुआवजे की प्रक्रिया में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि नुकसान का आकलन करते समय कोई भी किसान छूट न जाए।
बावनकुले ने अमरावती में निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण के साथ चर्चा की। उन्होंने ई-केवाईसी प्रक्रियाओं में आई कठिनाइयों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से बात की।
जब धाराशिव जिले में बाढ़ के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के एक नृत्य कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने राजस्व संभागीय आयुक्त से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने राकांपा विधायक जयंत पाटिल द्वारा बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए 50 हजार रुपये वार्षिक वित्तीय सहायता की मांग को भी खारिज कर दिया। बावनकुले ने कहा, 'ये झूठे हैं और वे ऐसी चीजें कभी लागू नहीं करेंगे। हम वास्तव में किसानों की मदद करते हैं।'