महाराष्ट्र में नगर निकाय चुनावों के लिए शिवसेना और मनसे के बीच गठबंधन की संभावना

महाराष्ट्र में आगामी नगर निकाय चुनावों को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा है कि इंडिया गठबंधन का कोई हिस्सा नहीं होगा। उन्होंने बताया कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होने का दबाव बढ़ रहा है। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया है, जबकि उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं की भूमिका पर जोर दिया। क्या ये दोनों दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे? जानें पूरी कहानी।
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महाराष्ट्र में नगर निकाय चुनावों के लिए शिवसेना और मनसे के बीच गठबंधन की संभावना

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत का बयान

शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने स्पष्ट किया है कि महाराष्ट्र में होने वाले नगर निकाय चुनावों में इंडिया गठबंधन का कोई हिस्सा नहीं होगा। उन्होंने बताया कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का निर्णय लिया है, जो राज्य में 'हिंदी थोपने' का आरोप लगा रही है। अब, इन दोनों दलों पर स्थानीय निकाय चुनावों के लिए एकजुट होने का दबाव बढ़ रहा है, जो बिहार चुनावों के आसपास होने की संभावना है।


स्थानीय निकाय चुनावों में जनता का दबाव

राउत ने आगे कहा कि उन्होंने यह नहीं कहा कि शिवसेना और मनसे मिलकर चुनाव लड़ेंगे, बल्कि यह बताया कि जनता की ओर से इन दोनों दलों पर साथ आने का दबाव है। उन्होंने कहा कि लोगों का मानना है कि 'मराठी मानुस' के अधिकारों की रक्षा के लिए उद्धव और राज ठाकरे को एकजुट होना आवश्यक है।


कांग्रेस नेता नाना पटोले की प्रतिक्रिया

संजय राउत के इस बयान पर कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा कि उन्हें इस पर कोई टिप्पणी करने की आवश्यकता नहीं है। पटोले ने यह भी कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों को स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ मिलकर लड़ा जाना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या एमएनएस का गठबंधन एमवीए को मजबूत करेगा, तो उन्होंने कहा कि यह निर्णय उनके हाई कमान द्वारा लिया जाएगा।