महाराष्ट्र में अजित पवार पर भ्रष्टाचार के आरोप, मंत्री ने दी प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर 500 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने आरोप लगाया कि एक अस्पताल को पवार के रिश्तेदार को सौंपा जा रहा है। इस पर मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि जब मामला लिखित रूप में आएगा, तब निर्णय लिया जाएगा। पवार पहले से ही अपने बेटे पार्थ पवार के भूमि घोटाले के कारण आलोचना का सामना कर रहे हैं। जानें इस विवाद में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में।
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महाराष्ट्र में अजित पवार पर भ्रष्टाचार के आरोप, मंत्री ने दी प्रतिक्रिया

भ्रष्टाचार के आरोपों पर सरकार की प्रतिक्रिया

सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर 500 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार को कहा कि जब मामला सरकार को लिखित रूप में प्राप्त होगा, तब इस पर निर्णय लिया जाएगा। दमानिया ने आरोप लगाया कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा निर्मित एक अस्पताल को अजित पवार के रिश्तेदार को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत सौंपा जा रहा है। बावनकुले ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें दमानिया द्वारा लगाए गए आरोपों की जानकारी नहीं है।


नए विवाद में फंसे अजित पवार

अजित पवार, जो अपने बेटे पार्थ पवार के पुणे ज़मीन घोटाले से जुड़े विवादों का सामना कर रहे हैं, अब एक नए विवाद में उलझ गए हैं। दमानिया ने एक मीडिया रिपोर्ट साझा करते हुए आरोप लगाया कि अस्पताल पवार के रिश्तेदारों को सौंपा जा रहा है। उन्होंने कहा, "क्या अब अजित पवार के रिश्तेदारों को 500 करोड़ का एक और अस्पताल दिया जा रहा है?" शताब्दी अस्पताल, जो 580 बिस्तरों वाला है, बीएमसी द्वारा निर्मित किया गया है और इसे पीपीपी आधार पर देने की योजना बनाई गई थी, इसके बावजूद विरोध के।


मुख्यमंत्री पर निशाना

दमानिया ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें एक बार और हमेशा के लिए सभी राजनेताओं को एक ही गले में डाल देना चाहिए। इस बीच, महाराष्ट्र के मंत्री पंकज राजेश भोयर ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राजनीति में सक्रिय व्यक्तियों पर ऐसे आरोप लगना सामान्य है। उन्होंने कहा कि बिना किसी मामले की जांच किए उस पर प्रतिक्रिया देना उचित नहीं है।


पार्थ पवार के विवाद का संदर्भ

इससे पहले, अजित पवार को पुणे के मुंधवा क्षेत्र में 40 एकड़ सरकारी ज़मीन को पार्थ पवार से जुड़ी कंपनी अमाडिया एंटरप्राइजेज एलएलपी को बेचने के विवाद के कारण विपक्ष की आलोचना का सामना करना पड़ा था। इस सौदे में ज़मीन का कम मूल्यांकन करने और स्टांप शुल्क की चोरी के आरोप लगाए गए थे। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस मामले में सरकार का बचाव करते हुए कहा कि एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, लेकिन पार्थ पवार का नाम इसमें शामिल नहीं है।