महाराष्ट्र ने स्पेसएक्स के साथ हाई स्पीड इंटरनेट सेवा के लिए समझौता किया
महाराष्ट्र ने एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, जिसके तहत राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट सेवा उपलब्ध होगी। यह करार ग्रामीण शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक सेवाओं में सुधार लाने में मदद करेगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे डिजिटल खाई को पाटने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। इस सहयोग से आदिवासी स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी।
| Nov 6, 2025, 15:45 IST
महाराष्ट्र का ऐतिहासिक करार
महाराष्ट्र ने उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के साथ इंटरनेट सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है। यह करार भारत सरकार से आवश्यक कानूनी मंजूरी मिलने के बाद प्रभावी होगा। इससे राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट सेवा उपलब्ध होगी, जहां फाइबर या मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाते। राज्य सरकार का मानना है कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक सेवाओं में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह साझेदारी राज्य में डिजिटल खाई को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्टारलिंक और महाराष्ट्र सरकार का सहयोग
एलओआई पर स्टारलिंक की उपाध्यक्ष लॉरेन ड्रेयर और महाराष्ट्र सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव वीरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। फडणवीस ने कहा कि स्टारलिंक के साथ मिलकर, हम हर गाँव, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, चाहे वे कितने भी दूर क्यों न हों। यह साझेदारी एक प्रगतिशील और भविष्य के लिए तैयार महाराष्ट्र के निर्माण की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमें गर्व है कि हम इस सहयोग को शुरू करने वाले भारत के पहले राज्य हैं।
स्टारलिंक की तकनीक का लाभ
स्टारलिंक, पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थित एक अत्याधुनिक उपग्रह समूह है, जो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, और वीडियो कॉलिंग जैसी सेवाओं के लिए विश्वसनीय ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रदान करता है। स्पेसएक्स, जो प्रक्षेपण सेवाओं का अग्रणी प्रदाता है, इस सहयोग के तहत महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर राज्य के दूरदराज और वंचित क्षेत्रों, जैसे आदिवासी स्कूलों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, और आपदा नियंत्रण कक्षों को जोड़ने में सक्षम होगा।
