महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कोकाटे की सर्जरी, स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री माणिकराव कोकाटे की हालिया सर्जरी सफल रही है, और उनके स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। कोकाटे ने धोखाधड़ी के आरोपों के चलते मंत्री पद खो दिया था। जानें उनके खिलाफ लगे आरोप, सजा और स्वास्थ्य स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
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महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कोकाटे की सर्जरी, स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद

कोकाटे की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कोकाटे की सर्जरी, स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद

पूर्व मंत्री माणिकराव कोकाटे लीलावती अस्पताल में भर्ती हैं।

महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के पूर्व मंत्री माणिकराव कोकाटे की दो मुख्य धमनियों की सफल कोरोनरी एंजियोप्लास्टी मंगलवार को की गई। यह प्रक्रिया कोरोनरी एंजियोग्राफी रिपोर्ट के आधार पर की गई। वर्तमान में उन्हें आईसीयू में रखा गया है, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज जारी है। चिकित्सकों का कहना है कि उनकी सेहत में लगातार सुधार हो रहा है। कोकाटे ने धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में अपना मंत्री पद खो दिया है।

लीलावती अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जलील पारकर ने बताया कि कोकाटे की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है और उपचार का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी बुधवार शाम 4 बजे साझा की जाएगी। पूर्व मंत्री के स्वास्थ्य को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में चिंता थी, लेकिन सफल सर्जरी के बाद राहत की भावना है। अस्पताल प्रशासन भी उनकी सेहत पर ध्यान दे रहा है।

कोकाटे और उनके भाई पर आरोप

माणिकराव कोकाटे और उनके भाई विजय कोकाटे पर आरोप है कि उन्होंने 1995 में नासिक में मुख्यमंत्री के 10 प्रतिशत कोटे के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आरक्षित दो फ्लैट प्राप्त किए। आरोप है कि इसके लिए उन्होंने फर्जी दस्तावेजों और गलत आय प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया। इस मामले में पूर्व मंत्री तुकाराम दीघोले ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर धारा 420, 465, 471 और 47 के तहत मामला दर्ज किया गया।

सजा और सुप्रीम कोर्ट से राहत

नासिक की अदालत ने उन्हें धोखाधड़ी और जालसाजी का दोषी पाया और 2 साल की सजा तथा 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। यह सजा नासिक जिला एवं सत्र न्यायालय ने भी बरकरार रखी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कोकाटे की सजा पर रोक लगा दी। इस बीच, विपक्ष के लगातार हमलों के कारण महाराष्ट्र सरकार ने उनसे मंत्री पद छीन लिया और उनके विभागों की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम अजित पवार को सौंप दी।