महाकुंभ 2025: प्रयागराज में श्रद्धालुओं की संख्या 60 करोड़ पार

प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में अब तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और त्रिवेणी संगम में स्नान किया है। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, इस महाकुंभ में दुनिया के आधे से अधिक सनातनी शामिल हुए हैं। विभिन्न स्नान पर्वों पर लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र जल में डुबकी लगाई है। जानें इस महाकुंभ की खास बातें और श्रद्धालुओं की संख्या में हो रही वृद्धि के बारे में।
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महाकुंभ 2025: प्रयागराज में श्रद्धालुओं की संख्या 60 करोड़ पार

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़


महाकुंभ समाचार: उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को जानकारी दी कि प्रयागराज में 13 जनवरी से आरंभ हुए महाकुंभ में अब तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा और त्रिवेणी संगम में स्नान किया है। मेला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को शाम चार बजे तक 1.11 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई, जबकि 13 जनवरी से अब तक कुल 60.42 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है।


सरकार के बयान के अनुसार, अनुमान है कि दुनिया में कुल 120 करोड़ सनातनी हैं। इस दृष्टि से महाकुंभ में आधे से अधिक सनातनी गंगा और त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य प्राप्त कर चुके हैं। शिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व 26 फरवरी तक यह संख्या 65 करोड़ से अधिक हो सकती है। महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिक और भूटान के नरेश नामग्याल वांगचुक समेत कई देशों के अतिथि यहां अमृत स्नान के लिए आए हैं। नेपाल से भी 50 लाख से अधिक लोग त्रिवेणी के पवित्र जल में स्नान कर चुके हैं।


अब तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का विश्लेषण करने पर, मौनी अमावस्या पर लगभग आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जबकि मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया। इसके अलावा, बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान किया। माघी पूर्णिमा के महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर भी दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया।