मलेरिया से बचाव: मच्छरों से सुरक्षा के प्रभावी उपाय

मलेरिया का खतरा और बचाव के उपाय
मच्छरों के कारण मलेरिया का खतरा सबसे अधिक होता है। यदि इसका सही समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। मलेरिया से बचाव ही इसका सबसे प्रभावी उपचार है। वर्तमान में मलेरिया के टीके पर शोध जारी है, लेकिन इसे आम जनता तक पहुंचने में कई वर्ष लग सकते हैं। इस बीच, मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी और मच्छर रोधी स्प्रे सबसे अच्छे विकल्प हैं।
बाजार में उपलब्ध मच्छर भगाने वाली दवाओं में विभिन्न प्रकार की रिफिल्स होती हैं।
आप अक्सर घर में मच्छर भगाने के लिए विभिन्न उत्पादों का उपयोग करते हैं। इनमें से कुछ तरल रूप में होते हैं, कुछ कोइल के रूप में और कुछ छोटी टिकियों के रूप में उपलब्ध होते हैं। ये उत्पाद 'ऑल आउट', 'गुड नाइट', 'बायगॉन', 'हिट' जैसे नामों से बिकते हैं।
इन उत्पादों में जो रासायनिक तत्व होते हैं, उनमें डी एथलीन, मेलफो क्वीन और फोस्टीन शामिल हैं। ये तीनों रसायन खतरनाक माने जाते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, यूरोप के 56 देशों में पिछले 20 वर्षों से इनका उपयोग प्रतिबंधित है। फिर भी, हम इन्हें अपने घरों में छोटे बच्चों के पास उपयोग करते हैं।
जब 2-3 महीने का बच्चा सो रहा होता है, तब ये जहरीले तत्व जलते रहते हैं। टीवी विज्ञापनों ने आम लोगों के मन में इन उत्पादों के प्रति एक गलत धारणा बना दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये मच्छर मारने वाली दवाएं कभी-कभी इंसान के लिए भी हानिकारक हो सकती हैं। इनसे निकलने वाली गंध में धीमा जहर होता है, जो धीरे-धीरे शरीर में प्रवेश करता है। कई बार, आपने महसूस किया होगा कि इनकी गंध से गले में हल्की जलन होने लगती है।