मराठा आरक्षण कार्यकर्ता पर हत्या की साजिश का आरोप
मनोज जरांगे का गंभीर आरोप
मराठा आरक्षण के लिए सक्रिय कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने शुक्रवार को यह दावा किया कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक धनंजय मुंडे ने उनकी हत्या की योजना बनाई थी। इस पर मुंडे ने जरांगे के आरोपों का खंडन करते हुए सीबीआई जांच की मांग की।
जांच में हुई गिरफ्तारी
जालना पुलिस के अनुसार, जरांगे के सहयोगी गंगाधर कलकुटे द्वारा की गई एक औपचारिक शिकायत के बाद, जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या की साजिश का आरोप लगाया गया था, दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
जरांगे के आरोपों का विवरण
जरांगे ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'धनंजय मुंडे ने मेरी हत्या की साजिश की थी। कंचन नामक एक व्यक्ति, जो मुंडे का करीबी सहयोगी है, ने हिरासत में लिए गए संदिग्धों में से एक को परली गेस्ट हाउस ले जाकर मुंडे से मिलवाया।' उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में उनके खिलाफ फर्जी वीडियो बनाने और उन्हें मारने की योजना पर चर्चा हुई थी।
साजिश में शामिल लोगों की संख्या
जरांगे ने यह भी आरोप लगाया कि इस साजिश में कम से कम 18 लोग शामिल थे और संदिग्धों ने मुंडे से मुलाकात कर एक वाहन मांगा था, ताकि वारदात को एक दुर्घटना के रूप में पेश किया जा सके।
धनंजय मुंडे का खंडन
इस बीच, मुंडे ने जरांगे के आरोपों को 'निराधार और राजनीति से प्रेरित' बताया और कहा कि उन्होंने कभी भी सामाजिक कार्यकर्ता के खिलाफ कुछ नहीं कहा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हिरासत में लिए गए लोग खुद जरांगे से जुड़े हुए हैं। राकांपा विधायक ने कहा कि वह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मामले में सीबीआई जांच का आदेश देने की अपील करेंगे।
