ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस पर भाजपा पर साधा निशाना
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा मतदाता सूची से नाम हटाने की कोशिश कर रही है और स्वतंत्रता आंदोलन में बंगालियों की भूमिका को भुलाने का प्रयास कर रही है। बनर्जी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी को भी लोगों का मताधिकार छीनने नहीं देंगी। इस भाषण में उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण की योजनाओं का भी जिक्र किया। जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी।
Aug 28, 2025, 19:09 IST
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तृणमूल कांग्रेस का स्थापना दिवस समारोह
तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के स्थापना दिवस समारोह में बोलते हुए, पार्टी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बांग्लादेश के विभाजन के समय, लोगों की भाषा बांग्ला थी, इसलिए वे बांग्ला में संवाद करते हैं। भाजपा ने मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए 500 सदस्यों की एक टीम को सर्वेक्षण के लिए भेजा है। उन्होंने लोगों से कहा कि अपने दस्तावेज़ उनके साथ साझा न करें, क्योंकि वे आपके दस्तावेज़ इकट्ठा कर नाम हटाने की योजना बना रहे हैं। केवल आधार कार्ड ले जाना आवश्यक है, क्योंकि यह एक अनिवार्य पहचान प्रमाण है।
बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग राज्य सरकार के अधिकारियों को धमका रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग का अधिकार केवल चुनाव के दौरान के तीन महीनों तक है, न कि पूरे वर्ष। बनर्जी ने यह भी कहा कि भाजपा स्वतंत्रता आंदोलन में बंगालियों की भूमिका को भुलाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, 'अगर बांग्ला नहीं है, तो राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत किस भाषा में लिखे गए हैं? वे चाहते हैं कि लोग स्वतंत्रता आंदोलन में बंगालियों की ऐतिहासिक भूमिका को भूल जाएं। हम इस भाषाई आतंक को सहन नहीं करेंगे।'
मता बनर्जी ने यह स्पष्ट किया कि वह किसी को भी लोगों के मताधिकार को छीनने नहीं देंगी। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह बंगालियों के खिलाफ भाषाई आतंक फैला रही है। उन्होंने कहा कि हम महिलाओं के लिए 'लक्ष्मी भंडार' योजना लेकर आए हैं, जबकि भाजपा के पास 'भ्रष्टाचार भंडार' और भाई-भतीजावाद है। वे देश को लूट रहे हैं, जबकि हम महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर भी निशाना साधा और कहा कि वे भाजपा के साथ मिलकर मुकाबला कर रहे हैं।
पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पहले लोग वोट देकर अपने प्रतिनिधियों को चुनते थे, लेकिन अब मौजूदा सरकार अपने हितों की रक्षा के लिए अपने मतदाताओं को चुन रही है। पहले लोग सरकार चुनते थे, अब सरकार लोगों को चुन रही है (जिन्हें वोट देने की अनुमति होगी)। क्या बंगाल इसके खिलाफ लड़ेगा या नहीं?