ममता बनर्जी ने एसआईआर प्रक्रिया पर उठाए सवाल, भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए गणना फॉर्म स्वीकार करने के किसी भी दावे को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक राज्य के हर नागरिक ने फॉर्म नहीं भरा, तब तक वह खुद ऐसा नहीं करेंगी। बनर्जी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस प्रक्रिया का दुरुपयोग कर रही है ताकि मतदाता सूची में फर्जी वोट डाले जा सकें।
फेसबुक पर साझा की जानकारी
बनर्जी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने खुद कोई फॉर्म नहीं भरा है और न ही भरेंगी। उन्होंने मीडिया में आई खबरों को झूठा और भ्रामक बताया, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने अपने हाथों से बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) से गणना फॉर्म प्राप्त किया। उनके अनुसार, बीएलओ उनके कालीघाट स्थित आवास पर आए थे और कुछ स्थानीय निवासियों को फॉर्म दिया।
नोटबंदी पर की आलोचना
एक विरोध रैली में बोलते हुए, बनर्जी ने 2016 में नोटबंदी की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे देश में कोई काला धन वापस नहीं आया। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने बताया कि एसआईआर का दूसरा चरण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में आयोजित किया जाएगा।
गणना प्रक्रिया का समय
ईसीआई के अनुसार, मुद्रण और प्रशिक्षण 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक होगा, इसके बाद गणना चरण 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा। मसौदा मतदाता सूची 9 दिसंबर को जारी की जाएगी, जिसके बाद 9 दिसंबर से 8 जनवरी, 2026 तक दावे और आपत्तियां दर्ज करने का समय होगा।
