ममता बनर्जी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया है। यह कदम विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों के जवाब में उठाया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव की जानकारी दी है और इसकी जांच की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जानें इस मामले में आगे क्या होगा और विधायकों का क्या कहना है।
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ममता बनर्जी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश

तृणमूल कांग्रेस का कदम

तृणमूल कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ विधायकों ने मंगलवार को विधानसभा परिसर में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी द्वारा की गई 'अपमानजनक और असत्य' टिप्पणी के लिए विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया।


आधिकारिक बयान

विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने इस प्रस्ताव की जानकारी दी। यह प्रस्ताव मीडिया में अधिकारी द्वारा दिए गए बयानों के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री ने सदन में अपने भाषण में 'पाकिस्तान की प्रशंसा की थी, और यह भी इतनी वाक्पटुता से कि उसके प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी ऐसा नहीं किया।'


विधायकों का समर्थन

तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि इस शिकायत पर मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, शोवंदेब चट्टोपाध्याय, अरूप विश्वास, इंद्रनील सेन और विधायक निर्मल घोष ने हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा, महापौर और मंत्री फिरहाद हकीम भी बुधवार को इस पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।


अध्यक्ष की प्रतिक्रिया

विधानसभा अध्यक्ष ने एक मीडिया चैनल से कहा, 'मुझे प्रस्ताव प्राप्त हुआ है, लेकिन मैंने अभी तक इसकी जांच या स्वीकृति नहीं दी है। मैं इसे उचित समय पर पढ़ूंगा और यदि मुझे उचित लगा तो इसे विधानसभा की विशेषाधिकार समिति को भेज दूंगा। यदि मुझे शिकायत निराधार लगी, तो मैं इसे अस्वीकार भी कर सकता हूं।'


समिति की प्रक्रिया

एक अधिकारी ने बताया कि यदि शिकायत को स्वीकार कर लिया जाता है, तो अध्यक्ष इसे विधानसभा के उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी की अध्यक्षता वाली विशेषाधिकार समिति के पास भेज देंगे। इसके बाद समिति अधिकारी को अपना पक्ष रखने के लिए बुला सकती है और यह तय कर सकती है कि उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए या नहीं।