मनोज तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी को बाबा बैद्यनाथ धाम का प्रसाद भेंट किया

भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक भावुक मुलाकात की, जिसमें उन्होंने बाबा बैद्यनाथ धाम का प्रसाद भेंट किया। इस अवसर पर, तिवारी ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने प्रसाद ग्रहण करते हुए हर हर महादेव का जाप किया और कांवड़ यात्रा के बारे में जानकारी ली। जानें इस महत्वपूर्ण मुलाकात के बारे में और कैसे श्रावण का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष है।
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मनोज तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी को बाबा बैद्यनाथ धाम का प्रसाद भेंट किया

भावुक मुलाकात का अनुभव

भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने शुक्रवार को एक दिल को छू लेने वाला अनुभव साझा किया, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी सुरभि और चार साल की बेटी संविका के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर, उन्होंने प्रधानमंत्री को झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम से एक पवित्र प्रसाद का पेंढ़ा भेंट किया। यह प्रसाद उन सभी नंगे पाँव कांवड़ियों की ओर से था, जो गंगा नदी से पवित्र जल लाने के लिए कांवड़ यात्रा पर जाते हैं।


 


प्रसाद ग्रहण करने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए हर हर महादेव का जाप किया। वे प्रसन्न दिखे और कांवड़ यात्रा के बारे में जानकारी ली। तिवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हमने आज दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता, मानवता और शांति के समर्थक, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाबा बैद्यनाथ धाम का प्रसाद भेंट किया।" उन्होंने बताया कि प्रसाद पाते ही प्रधानमंत्री जी ने हर हर महादेव का उच्चारण किया और बहुत खुश दिखे।


 


भाजपा सांसद ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जी ने उनके साथ-साथ बाबा धाम की कांवड़ यात्रा और कांवड़ियों का हालचाल भी पूछा। इस दौरान उनकी पत्नी सुरभि भी मौजूद थीं। इसके अलावा, उन्होंने अपनी 4.5 वर्षीय बेटी सान्विका द्वारा बनाई गई एक पेंटिंग भी भेंट की। सावन का आखिरी सोमवार 4 अगस्त को था, और कांवड़ भक्तों ने अपनी वार्षिक कांवड़ यात्रा पहले ही पूरी कर ली थी। सावन शिवरात्रि पर जलाभिषेक की रस्म निभाने के लिए विभिन्न शिव मंदिरों में यह तीर्थयात्रा अपने अंतिम चरण में पहुँच गई, जिसमें करोड़ों लोग 15 दिनों के भीतर हरिद्वार से गंगा नदी से जल लेकर आए।


 


श्रावण (या सावन) का हिंदू पौराणिक कथाओं में विशेष महत्व है। माना जाता है कि श्रावण मास भगवान शिव का प्रिय महीना है। इस महीने में शिव की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। देशभर के भगवान शिव मंदिर वैदिक मंत्रोच्चार, शंख, घंटियों और भजनों की ध्वनियों से गूंज उठे। सावन के इस पावन महीने में भक्त भगवान शिव की पूजा और अनुष्ठान करने के लिए कतारों में खड़े देखे गए। इस वर्ष, श्रावण 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगा।