मध्यप्रदेश में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी का निर्विरोध चुनाव संपन्न

भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की मध्यप्रदेश शाखा का चुनाव हाल ही में बिना किसी विरोध के संपन्न हुआ। इस प्रक्रिया में नए पदाधिकारियों का चयन किया गया, जिसमें डॉ. श्याम सिंह कुमरे को चेयरमैन बनाया गया। चुनाव में कोई विवाद नहीं हुआ, जिससे संगठनात्मक स्थिरता की उम्मीद जताई जा रही है। शपथ ग्रहण के बाद नई प्रबंध समिति कार्यभार संभालेगी। यह चुनाव स्वास्थ्य सेवाओं और राहत कार्यों में नई दिशा देने की संभावना को भी दर्शाता है।
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निर्वाचन प्रक्रिया का सफल समापन

मध्यप्रदेश में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी का निर्विरोध चुनाव संपन्न


भोपाल। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की मध्यप्रदेश शाखा का चुनाव इस बार बिना किसी विरोध के संपन्न हुआ। कलेक्टर भोपाल और निर्वाचन अधिकारी की देखरेख में यह प्रक्रिया छह नवंबर को आयोजित की गई। 2017 के नियमों और राज्यपाल की स्वीकृति के बाद यह निर्वाचन औपचारिक रूप से मान्यता प्राप्त हुआ।


प्रदेश की 47 जिला शाखाओं से प्रतिनिधियों की सूची प्राप्त होने के बाद नामांकन की प्रक्रिया समय पर पूरी की गई। चेयरमैन पद के लिए सिवनी के पूर्व आईएएस डॉ. श्याम सिंह कुमरे ने नामांकन भरा। वाइस चेयरमैन के लिए रतलाम के मनीष रावल और मानसेवी कोषाध्यक्ष पद के लिए बेतुल के दीपेश मेहता ने भी नामांकन किया।


निर्धारित समय सीमा में अन्य किसी नामांकन के न आने के कारण तीनों पदों पर निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की गई। इस संबंध में रिपोर्ट राज्यपाल को भेजी जा चुकी है। राज्यपाल नवनिर्वाचित पदाधिकारियों और 47 जिला शाखाओं के प्रतिनिधियों को शपथ दिलाएंगे, जिसके बाद नई प्रबंध समिति का गठन किया जाएगा।


चुनाव में कोई विवाद नहीं

चुनावी प्रक्रिया में इस बार कोई विवाद सामने नहीं आया


रेडक्रॉस की चुनावी प्रक्रिया में इस बार कोई विवाद नहीं हुआ। जिले से लेकर राज्य स्तर तक प्रतिनिधियों का चुनाव पहले ही किया जा चुका था। नामांकन की शुरुआत और अंतिम तिथि के बीच कोई अन्य उम्मीदवार नहीं आया, जिससे यह चुनाव बिना प्रतिस्पर्धा के संपन्न हुआ।


रेडक्रॉस प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा, राहत कार्य, रक्तदान शिविरों और आपदा प्रबंधन जैसी गतिविधियों में सक्रिय है। राज्य स्तर पर नेतृत्व में बदलाव का प्रभाव जिलों की इकाइयों तक पहुंचता है। निर्विरोध परिणाम को संगठनात्मक स्थिरता के रूप में देखा जा रहा है।


शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होते ही नवनिर्वाचित टीम कार्यभार संभालेगी। इस बार प्रशासनिक स्तर पर पात्रता, प्रक्रिया और नामांकन की पारदर्शिता को प्राथमिकता दी गई। चर्चा है कि वर्षों बाद रेडक्रॉस का राज्य स्तरीय चुनाव बिना किसी विवाद के संपन्न हुआ है, जिससे संगठन की कार्य योजना और आगामी सत्र के लिए सकारात्मक माहौल बनेगा।