मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा में महत्वपूर्ण बदलाव: सप्लीमेंट्री पेपर खत्म

मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा में नया नियम
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। नए नियमों के तहत, अब सप्लीमेंट्री पेपर को समाप्त कर दिया गया है। इसके साथ ही, छात्रों को साल में दो बार परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। यह बदलाव 2024-25 के शैक्षणिक वर्ष से लागू होगा। इस संबंध में निर्णय एमपी माध्यमिक शिक्षा मंडल की कार्यकारी समिति द्वारा लिया गया है, और इसे 27 जनवरी को होने वाली बोर्ड मीटिंग में अंतिम रूप दिया जाएगा।
पिछले वर्षों में, मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं की परीक्षा में लगभग 18 लाख छात्र शामिल होते थे। पहले, केवल एक परीक्षा फरवरी या मार्च में होती थी, और मुख्य परीक्षा के परिणाम के बाद जुलाई में सप्लीमेंट्री परीक्षा आयोजित की जाती थी। लेकिन अब, फाइनल रिजल्ट दो वार्षिक परीक्षाओं के आधार पर तय किया जाएगा।
यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप है, जिसके तहत फरवरी और जुलाई में दो वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। इन परीक्षाओं में छात्रों के अच्छे अंक के आधार पर एक मुख्य मार्कशीट तैयार की जाएगी। यह परीक्षा प्रणाली पहले से ही गुजरात और छत्तीसगढ़ में लागू की जा चुकी है। यह नया मॉडल नवमीं और ग्यारहवीं कक्षा के लिए भी लागू होगा।