मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह फिर विवादों में, बलात्कार पीड़िता के परिवार की निजता का उल्लंघन
मध्य प्रदेश के आदिवासी कल्याण मंत्री विजय शाह एक बार फिर विवादों में हैं। हाल ही में उन्होंने बलात्कार पीड़िता के परिवार से मुलाकात की, लेकिन इस दौरान उनकी निजता का उल्लंघन हुआ। स्थानीय कार्यकर्ताओं ने पीड़िता के परिवार की तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिससे उनकी पहचान उजागर हो गई। इससे पहले भी शाह कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में दिए गए सांप्रदायिक बयानों के लिए आलोचना का सामना कर चुके हैं। इस लेख में शाह के विवादास्पद बयानों और उनके प्रभावों पर चर्चा की गई है।
Jun 4, 2025, 12:33 IST
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विजय शाह का नया विवाद
मध्य प्रदेश के आदिवासी कल्याण मंत्री विजय शाह एक बार फिर विवादों में हैं, इस बार बलात्कार पीड़िता के परिवार की निजता से समझौता करने के कारण। उन्होंने खंडवा में पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और मुआवजे के रूप में चेक प्रदान किया। लेकिन इस दौरान स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों ने पीड़िता के परिवार की तस्वीरें खींचीं, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। इन तस्वीरों ने पीड़िता के रिश्तेदारों की पहचान उजागर कर दी, जिससे उनकी निजता का उल्लंघन हुआ और यौन उत्पीड़न के मामलों में पीड़ितों की पहचान की सुरक्षा से संबंधित कानूनों का उल्लंघन होने का आरोप लगा।
पिछले विवादों का असर
यह ताजा विवाद भाजपा नेता के लिए और भी मुश्किलें खड़ी कर रहा है। शाह पहले से ही कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में दिए गए सांप्रदायिक और अपमानजनक बयानों के लिए आलोचना का सामना कर रहे हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की अधिकारी थीं, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग का नेतृत्व किया था। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शाह ने सोफिया कुरैशी पर एक विवादास्पद टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान में मौजूद लोगों की तरह उसी समुदाय की एक बहन को भेजा था।
सामाजिक मुद्दों पर विवादास्पद बयान
शाह ने दर्शकों की तालियों के बीच कहा कि मोदी जी समाज के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन्होंने हमारी बेटियों को विधवा किया, हमने उन्हें सबक सिखाने के लिए उनकी अपनी एक बहन को भेजा। आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों की पहचान उनके धर्म के आधार पर करने की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने एक विवादास्पद उदाहरण दिया, जिसमें कहा गया कि अब मोदी जी ऐसा नहीं कर सकते थे। इसलिए उन्होंने अपनी सोसाइटी से एक बहन को भेजा, ताकि अगर तुम हमारी बहनों को विधवा करोगे तो तुम्हारी कोई बहन आकर तुम्हारे कपड़े उतार देगी।