मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर झूठे आरोप लगाने का मामला दर्ज

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ ओरछा में झूठे आरोप लगाने का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि उन्होंने दो ग्रामीणों को झूठे बयान देने के लिए मजबूर किया। इस मामले में पटवारी ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि उन्हें बहकाया गया था। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और पटवारी का क्या कहना है।
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मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर झूठे आरोप लगाने का मामला दर्ज

कांग्रेस अध्यक्ष पर गंभीर आरोप

मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख जीतू पटवारी के खिलाफ ओरछा में एक ग्रामीण के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए दो व्यक्तियों को मजबूर करने का मामला हाल ही में दर्ज किया गया है। 25 जून को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें गजराज लोधी और रघुराज लोधी ने विकास यादव और उसके साथियों पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि उन पर जबरन मानव मल खिलाने का आरोप लगाया गया, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। लोधी ने ये आरोप ओरछा में पटवारी द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लगाए।


 


हालांकि, अब उन्होंने यू-टर्न लेते हुए कहा है कि पटवारी ने उन्हें 'झूठा' आरोप लगाने के लिए प्रेरित किया था। लोधी ने अधिकारियों को बताया कि कुछ कांग्रेस नेता उन्हें ओरछा ले गए और पटवारी के सामने बैठाया, जहां उन्होंने कथित तौर पर उन्हें निर्देशित किया और मोटरसाइकिल और आजीवन भरण-पोषण का वादा करते हुए कैमरे पर झूठे आरोप लगाने के लिए कहा। इस हलफनामे के आधार पर मुंगावली थाना प्रभारी जोगेंद्र सिंह यादव ने मामला दर्ज किया है। इसमें जातियों और समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने का आरोप लगाया गया है। एफआईआर में पटवारी और कुछ अज्ञात स्थानीय कांग्रेस नेताओं को आरोपी बनाया गया है।


 


एसपी विनीत कुमार जैन ने बताया कि गजराज लोधी ने अशोकनगर कलेक्टर से मुलाकात की और एक हलफनामा प्रस्तुत किया, जिसमें कहा गया कि कुछ कांग्रेसी नेता उन्हें ओरछा ले गए, जहां पटवारी ने उनसे कहा कि वे मुंगावली गांव के सरपंच पर मल खिलाने का आरोप लगाएं और इसके लिए उन्हें रिश्वत दी। बाद में लोधी ने कहा कि ये आरोप झूठे हैं और उन्होंने पटवारी के कहने पर यह आरोप लगाया। इस आधार पर जीतू पटवारी और उनके सहयोगियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।


 


इस बीच, जीतू पटवारी ने कहा कि किसानों और दलितों पर अत्याचार होने पर विपक्ष को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को इसे सकारात्मक रूप से लेना चाहिए और उचित कार्रवाई करनी चाहिए। पटवारी ने कहा कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, और वे इसे एक प्रमाण पत्र के रूप में लेते हैं। उन्होंने कहा कि शोषितों के लिए न्याय की आवाज उठाना उनकी जिम्मेदारी है और वे इसे जारी रखेंगे।