मदरसे में नकली नोटों का बड़ा खुलासा, पुलिस ने की कार्रवाई

जिले के जावर थाने में एक मदरसे से नकली नोटों का बड़ा खुलासा हुआ है, जहां पुलिस ने इमाम जुबेर अंसारी के कमरे से लगभग ₹19,78,000 के नकली नोट बरामद किए। यह मामला तीन महीने से चल रही गतिविधियों का परिणाम है, जिसने क्षेत्र में हलचल मचा दी है। पुलिस अब आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है और यह जांच कर रही है कि क्या इस मामले में और भी सहयोगी शामिल हैं। स्थानीय प्रशासन ने जांच को निष्पक्ष और प्रभावी बनाने का आश्वासन दिया है।
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मदरसे में नकली नोटों का बड़ा खुलासा, पुलिस ने की कार्रवाई

जावर थाने में नकली नोटों की बरामदगी

मदरसे में नकली नोटों का बड़ा खुलासा, पुलिस ने की कार्रवाई


जिले के जावर थाने के ग्राम पैठियां (मछौड़ी रैय्यत) में एक मदरसे से नकली नोटों का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने इमाम जुबेर अंसारी के कमरे से लगभग ₹19,78,000 के नकली नोट बरामद किए हैं। ये नोट 500-500 रुपये की गड्डियों में थे, जिनमें से कई अधकटे पाए गए। यह छानबीन महाराष्ट्र पुलिस की गिरफ्तारी की सूचना के बाद शुरू हुई थी। जुबेर ने लगभग तीन महीने तक इस कमरे में रहकर यह गतिविधि की। इस मामले ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है और पुलिस इसकी गंभीरता से जांच कर रही है।


पुलिस अब नोटों की गिनती कर रही है और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या इस मामले में और भी सहयोगी या नेटवर्क शामिल हैं।


जांच में यह भी सामने आया कि नोटों की गड्डियों में कई अधकटे नोट थे, और एक कटर जीसा उपकरण भी बरामद किया गया, जिसका उपयोग नोटों को काटने या छेड़छाड़ करने में किया जा सकता था। यह खुलासा महाराष्ट्र पुलिस की कार्रवाई से जुड़ी सूचना पर हुआ। जुबेर अंसारी को पहले मालेगांव (महाराष्ट्र) पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। स्थानीय लोगों ने जब इस मामले की जानकारी दी, तो जावर थाना पुलिस ने मदरसे की ऊपरी मंजिल पर स्थित कमरे की जांच की।


पुलिस नकली नोटों के नेटवर्क की जांच कर रही है
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि आरोपी करीब तीन महीने से इस कमरे में रह रहा था और नगर थाना क्षेत्र के अन्य गांवों में भी रह चुका था। पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी और अन्य संबंधित अधिकारी मौके पर मौजूद थे। नामजद आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की जा रही है और मामले की आगे की जांच जारी है। इस घटना ने क्षेत्र में तीव्र प्रतिक्रिया उत्पन्न की है। ग्रामीणों को इस तरह की आपराधिक गतिविधि मदरसा जैसे पवित्र स्थल से होने की उम्मीद नहीं थी। स्थानीय प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि जांच निष्पक्ष और प्रभावी हो। साथ ही यह सवाल भी उठता है कि नकली नोटों का यह स्रोत कहां तक फैला हुआ है और कितने अन्य स्थानों पर ऐसी गतिविधियाँ चल रही होंगी।