मणिपुर में सुरक्षा बलों ने तीन उग्रवादियों को किया गिरफ्तार

मणिपुर में सुरक्षा बलों ने तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक कांगलीपाक यावोल कन्ना लूप का सदस्य है। यह कार्रवाई राज्य में बढ़ती जातीय हिंसा के बीच की गई है, जिसमें 260 से अधिक लोग मारे गए हैं। जानें इस गिरफ्तारी के पीछे की पूरी कहानी और मणिपुर की वर्तमान स्थिति।
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मणिपुर में सुरक्षा बलों ने तीन उग्रवादियों को किया गिरफ्तार

मणिपुर में उग्रवादियों की गिरफ्तारी

सुरक्षा बलों ने मणिपुर के तीन जिलों में प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े तीन उग्रवादियों को पकड़ा है। पुलिस ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी।


एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कांगलीपाक यावोल कन्ना लूप (सोरेपा) के एक सक्रिय सदस्य को बृहस्पतिवार को काकचिंग जिले के उमाथेल बाजार से गिरफ्तार किया गया।


अधिकारी ने आगे बताया कि संगठन के एक अन्य सदस्य को बुधवार को इंफाल पश्चिम जिले के मयांग इंफाल थाना ममांग लेइकाई से पकड़ा गया। उस पर थौबल, काकचिंग और इंफाल पश्चिम में जबरन वसूली, अपहरण और नए सदस्यों की भर्ती करने का आरोप है।


गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के पास से नौ एमएम की पिस्तौल और गोला-बारूद भी बरामद किया गया। इसके अलावा, बृहस्पतिवार को बिष्णुपुर जिले के फोगाकचाओ-इखाई अवांग लेइकाई से प्रतिबंधित प्रेपक (प्रो) के एक सक्रिय सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया।


सुरक्षा बल मणिपुर में दो साल पहले जातीय हिंसा के बाद से तलाशी अभियान चला रहे हैं। मई 2023 में मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच हुई जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग बेघर हो गए। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद, केंद्र सरकार ने 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया था।