मणिपुर में सुरक्षा बलों ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया

मणिपुर के तीन जिलों में सुरक्षा बलों ने चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो प्रतिबंधित संगठनों के उग्रवादी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि ये लोग आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे, और उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। राज्य में जातीय हिंसा के चलते सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान जारी है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और मणिपुर की स्थिति के बारे में।
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मणिपुर में सुरक्षा बलों ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया

मणिपुर में गिरफ्तारी की जानकारी

मणिपुर के तीन जिलों में सुरक्षा बलों ने दो प्रतिबंधित संगठनों के तीन उग्रवादियों समेत चार व्यक्तियों को आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में पकड़ा है। यह जानकारी पुलिस ने बुधवार को साझा की।


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित 'कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी' (एमएफएल) के दो सक्रिय सदस्यों को मंगलवार को इंफाल पूर्वी जिले के नोंगाडा अवांग लेइकाई और इंफाल पश्चिमी जिले के लंगथाबल कुंजा से गिरफ्तार किया गया।


अधिकारी ने बताया कि इनमें से एक व्यक्ति हाल ही में इंफाल पूर्वी जिले के नापेट पल्ली गांव में हुई गोलीबारी में शामिल था।


उग्रवादी पर आरोप है कि वह अपराध गिरोह के लिए हथियार और गोला-बारूद लाने-ले जाने का कार्य करता था। पुलिस ने उसके पास से एक नौ मिमी पिस्तौल और एक मैगजीन भी बरामद की है।


अधिकारी ने यह भी बताया कि सुरक्षा बलों ने सोमवार को इंफाल पूर्वी जिले के हाओकिप वेंग क्षेत्र से एक अन्य प्रतिबंधित संगठन के सदस्य को गिरफ्तार किया।


पुलिस ने कहा कि 45 वर्षीय एक व्यक्ति को इंफाल पूर्वी के कैरांग उमंग मयाई लेइकाई से गिरफ्तार किया गया है, जो आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त है।


गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के पास से दो हथियार भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि राज्य में जबरन वसूली और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों की धरपकड़ के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।


सुरक्षा बल दो साल पहले जातीय हिंसा के भड़कने के बाद से मणिपुर में तलाशी अभियान चला रहे हैं। मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय संघर्ष में मई 2023 से 260 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद केंद्र ने 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया था। राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया है।