मणिपुर में जबरन वसूली के आरोप में दो उग्रवादी गिरफ्तार

मणिपुर में पुलिस ने जबरन वसूली के आरोप में दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक 'पीआरईपीएके' और दूसरा 'केसीपी' से जुड़ा है। इसके अलावा, साइबर अपराधियों के एक गिरोह का भी पर्दाफाश हुआ है, जो मुखौटा बैंक खातों का संचालन कर रहे थे। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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मणिपुर में जबरन वसूली के आरोप में दो उग्रवादी गिरफ्तार

मणिपुर में उग्रवादियों की गिरफ्तारी

मणिपुर में जबरन वसूली के आरोप में दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जो विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े हैं। पुलिस ने रविवार को इस मामले की जानकारी दी।


पुलिस के अनुसार, एक उग्रवादी, जो प्रतिबंधित संगठन ‘पीआरईपीएके’ से संबंधित है, को शनिवार को इंफाल पश्चिम जिले के हाओरेइबी क्षेत्र में उसके घर से पकड़ा गया।


गिरफ्तार किए गए उग्रवादी की पहचान सरुंगबाम बोदय सिंह (37) के रूप में हुई है, जो दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों से जबरन वसूली में संलग्न था।


इसके अलावा, ‘केसीपी’ (पीडब्ल्यूजी) के एक सदस्य को भी शनिवार को थौबल जिला अस्पताल के निकट से गिरफ्तार किया गया। उसकी पहचान होदम बिक्रम सिंह (34) के रूप में हुई है, और उसके पास से एक दोपहिया वाहन बरामद किया गया है।


इस बीच, शुक्रवार को थौबल जिले के विभिन्न स्थानों से दो साइबर अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया, जो मुखौटा बैंक खातों का संचालन कर रहे थे।


इनकी पहचान कोंगखम अपू सिंह (32) और येंगखोम (ओंगबी) राशेश्वरी लीमा (39) के रूप में हुई है।


पुलिस ने बताया कि इन अपराधियों ने दूसरों को बैंक खाते खोलने के लिए लालच दिया और उन खातों का उपयोग साइबर धोखाधड़ी के लिए किया। उनके पास से आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई है और जांच जारी है।