मणिपुर में 13 वर्षीय छात्र की संदिग्ध आत्महत्या, राहत शिविर में मिला शव

मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक 13 वर्षीय छात्र का शव राहत शिविर में मिला है, जो साइकिल पार्किंग शेड से लटका हुआ था। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का संदेह जताया गया है। छात्र अपने परिवार के साथ राहत शिविर में रह रहा था, जब से मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष शुरू हुआ। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
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मणिपुर में 13 वर्षीय छात्र की संदिग्ध आत्महत्या, राहत शिविर में मिला शव

मणिपुर में छात्र की आत्महत्या का मामला

मणिपुर के जिरीबाम जिले में एक राहत शिविर में रह रहे 13 वर्षीय छात्र का शव रविवार को साइकिल पार्किंग शेड की छत से लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी।


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि युरेम्बम अंगम्बा सिंह का शव जिरीबाम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के साइकिल पार्किंग शेड से बरामद किया गया, जहां हिंसा के कारण विस्थापित लोगों के लिए राहत शिविर स्थापित किया गया था। सिंह बोरोबेकरा उप-मंडल के लामताई खुनोउ क्षेत्र का निवासी था।


पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिलता है कि लड़के ने रविवार दोपहर आत्महत्या की। उसे तुरंत जिरीबाम जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। नाबालिग के शव को पोस्टमार्टम के लिए असम के कछार जिले के सिलचर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।


अधिकारी ने बताया कि जिरीबाम पुलिस थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई है और जांच जारी है। यह भी बताया गया कि नाबालिग अपने परिवार के साथ राहत शिविर में रह रहा था, जब से जिले में मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष शुरू हुआ था।