मकर संक्रांति पर भारत के कल्चर को दुनिया में प्रमोट कर रहे अजगर बेलिम

जोधपुर, 9 जनवरी (आईएएनएस)। मकर संक्रांति का त्यौहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन पतंगबाजी का खास उत्साह होता है। इसी बीच, जोधपुर के रहने वाले अजगर बेलिम को लेकर चर्चा अपने चरम पर पहुंच चुकी है। हर कोई उनके बारे में जानने के लिए आतुर है। दरअसल, अजगर बेलिम ही वो शख्स हैं, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को पतंग के जरिए पूरी दुनिया में प्रचारित करने का जिम्मा उठाया है।
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मकर संक्रांति पर भारत के कल्चर को दुनिया में प्रमोट कर रहे अजगर बेलिम

जोधपुर, 9 जनवरी (आईएएनएस)। मकर संक्रांति का त्यौहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है और इस दिन पतंगबाजी का खास उत्साह होता है। इसी बीच, जोधपुर के रहने वाले अजगर बेलिम को लेकर चर्चा अपने चरम पर पहुंच चुकी है। हर कोई उनके बारे में जानने के लिए आतुर है। दरअसल, अजगर बेलिम ही वो शख्स हैं, जिन्होंने भारतीय संस्कृति को पतंग के जरिए पूरी दुनिया में प्रचारित करने का जिम्मा उठाया है।

अजगर बेलिम ने अपनी पतंगबाजी के माध्यम से कई देशों में भारत की संस्कृति को प्रस्तुत किया है। उन्होंने दुबई, ताइवान, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, कंबोडिया और वियतनाम जैसे देशों में अपने अद्भुत पतंगों से भारतीय कला और संस्कृति को दिखाया है। उनका यह काम न केवल भारत की संस्कृति को प्रमोट करता है, बल्कि भारत की पहचान को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करता है।

अजगर बेलिम का यह जुनून 60 वर्षों से लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि एक बार अहमदाबाद में काइट शो हुआ था, जहां वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे, ने भी हिस्सा लिया था। इस शो में मोदी ने अजगर बेलिम को उत्साहित किया कि वह गुजरात के साथ-साथ भारत की संस्कृति को भी पतंग के माध्यम से प्रदर्शित करें।

इस प्रेरणा के बाद अजगर बेलिम ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और उन्होंने राजस्थान, गुजरात और भारत के अन्य राज्यों की संस्कृति को पतंग के जरिए दुनिया भर में फैलाया। उन्होंने कहा कि वो लगातार इस दिशा में अपने कदम आगे बढ़ाते रहेंगे और इस दिशा में कभी अपने कदम पीछे नहीं खीचेंगे। उन्होंने बताया कि उन्हें भारतीय संस्कति को पूरी दुनिया में प्रचारित करने से उमंग और उत्साह का भाव मिलता है। जिसे वो शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं।

अजगर बेलिम का यह कार्य आज भी जारी है और वह आगे भी भारत की संस्कृति को पतंग के माध्यम से प्रचारित करते रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके इस प्रयास की सराहना कर चुके हैं।

--आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी