मंदसौर में छात्रा के साथ शर्मनाक घटना: नाबालिगों ने बनाया अश्लील वीडियो

मंदसौर के शामगढ़ में एक 16 वर्षीय छात्रा के साथ दो नाबालिगों ने चाकू की नोक पर अश्लील वीडियो बनाने की घटना को अंजाम दिया। जब परिवार ने फिरौती देने से मना किया, तो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। इस घटना ने पूरे शहर में गुस्सा पैदा कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार किया। प्रशासन ने भी सख्त कदम उठाते हुए आरोपियों के घरों को गिराने का निर्णय लिया। यह मामला पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है।
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मंदसौर में हुई शर्मनाक वारदात

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के शामगढ़ कस्बे में 6 नवंबर 2025 को एक 16 वर्षीय 12वीं कक्षा की छात्रा के साथ एक गंभीर घटना घटी। पीड़िता का एक पुराना जान-पहचान वाला नाबालिग रिहान, अपने साथी बाबू के साथ, चाकू लेकर उसके घर में घुस आया। दोनों ने चाकू की नोक पर लड़की को डराया और जबरन उसका अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद उन्होंने 5 लाख रुपये की फिरौती की मांग की।


वीडियो वायरल होने के बाद का घटनाक्रम

जब लड़की अपने घर में अकेली थी, तब रिहान और बाबू ने चाकू दिखाकर उसे डराया और वीडियो बना लिया। इसके बाद उन्होंने धमकी दी कि यदि वीडियो को सार्वजनिक नहीं होने देना चाहती, तो उन्हें 5 लाख रुपये देने होंगे। डर के मारे, लड़की के परिवार ने ढाई लाख रुपये दिए, लेकिन जब बाकी पैसे देने से मना किया, तो आरोपियों ने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।


पुलिस की त्वरित कार्रवाई

शामगढ़ पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों नाबालिगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराएं, पॉक्सो एक्ट और IT एक्ट के तहत आरोप लगाए गए। कुछ ही घंटों में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।


शहर में तनाव और बंद

वीडियो वायरल होने की खबर फैलते ही, सैकड़ों लोग थाने के बाहर इकट्ठा हो गए। अगले दिन, हिंदू संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शन किया, जिससे पूरा शामगढ़ शहर बंद हो गया। लोग आरोपियों के घरों को तोड़ने और उन्हें कड़ी सजा देने की मांग कर रहे थे। पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी बल तैनात करना पड़ा।


प्रशासन की कड़ी कार्रवाई

प्रशासन ने लोगों के गुस्से को देखते हुए सख्त कदम उठाए। नगर पालिका की टीम ने आरोपियों के घरों के अवैध हिस्सों पर बुलडोजर चलाया। पहले ही उनके घरों का पानी का कनेक्शन काटा जा चुका था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लोगों की भावनाएं आहत हैं, इसलिए अवैध निर्माण को तुरंत हटाने की अनुमति दी गई।