भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच JDU में मचा घमासान, अशोक चौधरी को दी गई सफाई की चुनौती

भ्रष्टाचार के आरोपों पर JDU की प्रतिक्रिया

प्रशांत किशोर, नीरज कुमार, अशोक चौधरी
बिहार में चुनावी गतिविधियाँ तेज हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में आंतरिक विवाद उभर आया है। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने मंत्री अशोक चौधरी से भ्रष्टाचार के आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि बेनामी संपत्ति के आरोपों का जवाब देना आवश्यक है, क्योंकि सार्वजनिक जीवन में लोक लाज का ध्यान रखना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसी बात पर जोर देते हैं।
नीरज कुमार ने यह भी कहा कि लोकतंत्र की नींव आरोपों के सही जवाब देने में है। आरोप तो कोई भी लगा सकता है, लेकिन यदि आरोप गलत हैं, तो हमें उसका प्रतिकार करना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उन पर भी आरोप लगे थे, लेकिन पुलिस और कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। इसलिए जिन पर आरोप लगे हैं, उन्हें अपनी बात स्पष्ट करनी चाहिए। यह हमारी पार्टी की नीति है।
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
जनसुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मंत्री अशोक चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी ने पिछले दो वर्षों में 200 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति अर्जित की है, जिसमें पटना में 38 करोड़ रुपये की संपत्ति शामिल है। प्रशांत किशोर ने कहा कि यह स्थिति नीतीश कुमार के दाहिने हाथ की है, जिसने पूरे बिहार में भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बना दिया है।
प्रशांत किशोर ने यह भी बताया कि अशोक चौधरी ने अपनी पत्नी, बेटी और समधन के नाम पर 200 करोड़ से अधिक की संपत्ति खरीदी है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में उनकी बेटी की सगाई के दौरान 38 करोड़ रुपये की जमीन पटना में खरीदी गई थी, जिसका भुगतान चेक से किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि यह खामोशी राजनीतिक और नैतिक अपराध है।