भूमि पुन:सर्वेक्षण में रिश्वतखोरी के आरोप में एजेंट गिरफ्तार
रिश्वतखोरी के मामले में कार्रवाई
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (वीएसीबी) ने भूमि के पुन:सर्वेक्षण में हुई गलतियों को सुधारने के लिए सर्वेक्षण अधिकारियों से रिश्वत मांगने के आरोप में एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को साझा की।
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान कासरगोड जिले के उडुमा निवासी हाशिम पी.एच. के रूप में हुई है। एक अधिकारी ने बताया कि हाशिम को शनिवार शाम कांजनगाड़ मिनी सिविल स्टेशन परिसर में शिकायतकर्ता से 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
वीएसीबी के अधिकारियों के अनुसार, शिकायतकर्ता की 2.40 एकड़ भूमि को पुन:सर्वेक्षण के बाद गलती से 1.89 एकड़ के रूप में दर्ज किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि लगभग छह महीने पहले शिकायतकर्ता ने इस त्रुटि को सुधारने के लिए कांजनगाड़ तालुक सर्वे कार्यालय में आवेदन किया था। उस समय, हाशिम ने शिकायत का मसौदा तैयार करने में मदद की थी।
हालांकि, सर्वेक्षण अधिकारियों ने मौका मुआयना किया, लेकिन छह महीने बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब शिकायतकर्ता ने फिर से जानकारी लेने के लिए सर्वे कार्यालय का दौरा किया, तो उन्हें हाशिम से फिर से मुलाकात हुई।
हाशिम ने कथित तौर पर कहा कि केवल शिकायत देने से काम नहीं चलेगा और मामला अधिकारियों को रिश्वत दिए बिना हल नहीं हो सकता। वीएसीबी के अधिकारियों ने बताया कि हाशिम ने पहले 30,000 रुपये की मांग की, यह कहते हुए कि उसके अधिकारियों से अच्छे संबंध हैं।
जब शिकायतकर्ता ने असमर्थता जताई, तो हाशिम ने मांग घटाकर 20,000 रुपये कर दी। आरोप है कि उसने पहले किस्त के रूप में ‘गूगल पे’ के जरिए 5,000 रुपये लिए और शेष 15,000 रुपये नकद देने को कहा। शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने के बजाय कासरगोड वीएसीबी के पुलिस उपाधीक्षक से संपर्क किया।
शिकायत के आधार पर सतर्कता दल ने जाल बिछाया और शनिवार शाम हाशिम को 15,000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि वीएसीबी हाशिम और सर्वेक्षण अधिकारियों के बीच कथित सांठगांठ की भी जांच कर रही है।
