भिवानी में वन नेशन-वन इलेक्शन पर सेमिनार: राजनीतिक स्थिरता के लिए आवश्यक
भिवानी में सेमिनार का आयोजन
(Bhiwani News) भिवानी। दिनोद गेट स्थित अंचल मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में वन नेशन-वन इलेक्शन पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश में एक साथ चुनावों के महत्व और आवश्यकताओं पर चर्चा करना था।
मुख्य वक्ताओं की उपस्थिति
इस सेमिनार में वन नेशन-वन इलेक्शन के राज्य सह-संयोजक नरेंद्र भारती, हरियाणा राज्य सूचना आयुक्त डॉ. जंगबीर सिंह, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. पवन शर्मा, और एडवोकेट गोपाल कृष्ण पोपली ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। इसके अलावा, नीमा और आईएमए से जुड़े चिकित्सक भी उपस्थित रहे।
राजनीतिक स्थिरता के लिए एक सकारात्मक पहल
नरेंद्र भारती ने इस विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि वन नेशन-वन इलेक्शन देश की राजनीतिक स्थिरता और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने इस नीति के लाभों को उजागर करते हुए सरकार और जनता के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि भारत पर पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की नजरें हैं, जो कमजोर नेतृत्व का इंतजार कर रहे हैं। इसलिए, प्रधानमंत्री की यह सोच कि देश में वन नेशन-वन इलेक्शन होना चाहिए, अत्यंत आवश्यक है।
डॉ. पवन शर्मा का दृष्टिकोण
हरियाणा राज्य सूचना आयुक्त डॉ. जंगबीर सिंह ने इस विचार को भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण बताया। उनका कहना था कि इससे चुनावी प्रक्रिया को सरल बनाया जा सकेगा और देश की राजनीति को सशक्त किया जा सकेगा।
डॉ. पवन शर्मा ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि एक साथ चुनाव होने से प्रशासनिक खर्चों में कमी आएगी और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी। सेमिनार के संयोजक डॉ. विनोद अंचल ने कहा कि यह कदम राष्ट्र को मजबूत करने के लिए आवश्यक है और लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।