भारतीय सेना की टाइगर डिवीजन ने जम्मू में 100 गांव रक्षा गार्डों का प्रशिक्षण किया

गांव रक्षा गार्डों का प्रशिक्षण कार्यक्रम
स्थानीय सुरक्षा को मजबूत करने और सामुदायिक रक्षा तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए, भारतीय सेना की टाइगर डिवीजन ने जम्मू में 100 गांव रक्षा गार्डों (VDGs) के लिए एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह प्रशिक्षण पुलिस फायरिंग रेंज, सुंजवान में आयोजित किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य VDG सदस्यों की संचालन क्षमताओं को बढ़ाना और VDGs तथा सुरक्षा बलों के बीच समन्वय को मजबूत करना था।
प्रशिक्षण की विशेषताएँ
इस प्रशिक्षण में भाग लेने वाले व्यक्तियों को फायरिंग, बुनियादी हथियार संचालन, सामरिक अभ्यास और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर प्रशिक्षित किया गया। यह प्रशिक्षण अनुभवी भारतीय सेना के प्रशिक्षकों की देखरेख में किया गया। इसका उद्देश्य स्थानीय स्वयंसेवकों को नियमित सुरक्षा बलों के लिए एक मजबूत समर्थन के रूप में सशक्त बनाना था, ताकि वे संवेदनशील क्षेत्रों में आपातकालीन स्थितियों का प्रभावी ढंग से सामना कर सकें।
समुदाय के साथ जुड़ाव

यह पहल भारतीय सेना की स्थानीय जनसंख्या के साथ जुड़ने और सुरक्षा तथा आत्मनिर्भरता की भावना को बढ़ावा देने के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
BSF का प्रशिक्षण कार्यक्रम

इस बीच, सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भी अखनूर और अरनिया के सीमावर्ती क्षेत्रों में VDGs के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य ध्यान हथियार संचालन, स्थिति जागरूकता और सुरक्षा खतरों के प्रति प्रतिक्रिया को बढ़ाना था।
सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता

एक रक्षा प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि यह पहल सेना की स्थानीय जनसंख्या के साथ जुड़ने और सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराती है।