भारतीय सशस्त्र बलों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया

योग दिवस का उत्सव
सियाचिन ग्लेशियर की बर्फीली चोटियों से लेकर विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के जहाजों तक, भारतीय सशस्त्र बलों ने शनिवार को पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया। इस अवसर पर अनुशासन और आंतरिक शक्ति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के उधमपुर में इस समारोह का नेतृत्व किया, जहां सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी उनके साथ थे।
सिंह ने कहा, 'एक समय था जब योग केवल साधु-संतों तक सीमित था, लेकिन अब लोग न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर से लेकर एफिल टॉवर के पास तक सूर्य नमस्कार कर रहे हैं। क्या यह किसी चमत्कार से कम है?' उन्होंने इसे भारत की 'उभरती हुई सौम्य शक्ति' बताया और कहा कि योग इसका 'सबसे मजबूत दूत' बन गया है।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरे देश में योग दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।
सीमा पर योग का आयोजन
सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया। जम्मू से लेकर पंजाब, कश्मीर और उत्तर पूर्व की सीमाओं पर बीएसएफ ने योग का आयोजन किया। जम्मू में बीएसएफ के जवानों ने इस अवसर पर योगाभ्यास किया।
जैसलमेर में भी बीएसएफ के जवानों ने योग किया, जहां मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और 1500 जवान शामिल हुए। डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौर ने कहा, 'हमने सीमा पर योग किया। पाकिस्तान को संदेश है कि तरक्की के लिए योग करना चाहिए।'
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में योग
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में योग दिवस मनाया गया। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के ग्रामीणों ने पहली बार सीआरपीएफ 74वीं बटालियन के जवानों के साथ योग में भाग लिया।
योग का आयोजन विभिन्न स्थानों पर
पैंगोंग त्सो झील से पोर्ट ब्लेयर तक योग का आयोजन किया गया। अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों ने शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक लचीलेपन के लिए योग का अभ्यास किया।
उधमपुर में सेना प्रमुख ने योग के महत्व को रेखांकित किया। दिल्ली में लेफ्टिनेंट जनरल एन. एस राजा सुब्रमणि ने 3,400 से अधिक प्रतिभागियों के साथ योग किया।
विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना के कर्मियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुख्य समारोह में भाग लिया।
नौसेना के जहाजों पर योग सत्र
नौसेना के जहाजों पर योग सत्र आयोजित किए गए। आर. के. बीच पर और पास में लंगर डाले जहाजों पर सत्र आयोजित किए गए। पूर्वी नौसेना कमान ने बताया कि इस कार्यक्रम में 11,000 से अधिक नौसैनिकों और उनके परिवारों ने भाग लिया।
समुद्र में योगाभ्यास करने वालों में पूर्वी बेड़े के जहाज और तटरक्षक पोत शामिल थे। भारतीय तटरक्षक ने नोएडा में 'योग संगम' कार्यक्रम भी आयोजित किया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का महत्व
इस वर्ष का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग' है। भारतीय सेना के आदर्श वाक्य 'योग कर्मसु कौशलम्' के अनुसार, यह समारोह कर्मियों की दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल करने के संकल्प को दर्शाता है।
सोशल मीडिया पर योग दिवस का जश्न
#अंतर्राष्ट्रीययोगदिवस – Yoga for One Earth, One Health
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) June 21, 2025
On the 11th International Day of Yoga #IDY2025, #IndianArmy conducted Yoga sessions from the world's highest battlefield #Siachen to all the terrains & climatic conditions through the expanse of the country. #IDY2025… pic.twitter.com/vdM51U34J9