भारतीय शेयर बाजार में तेजी: इजराइल-ईरान संघर्ष विराम से मिली राहत

शेयर बाजार की शुरुआत
बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने हरे निशान के साथ शुरुआत की, जिसमें निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ने अपनी पूर्व की मजबूती को बनाए रखा। मध्य पूर्व में तनाव कम होने और वैश्विक बाजारों में सकारात्मक भावना के चलते यह वृद्धि हुई।
सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन
खुलने पर, सेंसेक्स 328.73 अंक या 0.40% की वृद्धि के साथ 82,383.84 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 91.50 अंक या 0.37% बढ़कर 25,135.85 पर था।
विश्लेषकों की राय
एसबीआई सिक्योरिटीज ने अपने बाजार नोट में कहा, "एसएंडपी 500 रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब है, और सभी प्रमुख मूविंग एवरेज और मोमेंटम संकेतक लगातार तेजी की ओर इशारा कर रहे हैं।" आगे उन्होंने कहा कि 24930-24900 का क्षेत्र सूचकांक के लिए तत्काल समर्थन के रूप में कार्य करेगा। यदि सूचकांक 24900 के स्तर से नीचे गिरता है, तो अगला महत्वपूर्ण समर्थन 24750 पर होगा।
मध्य पूर्व की स्थिति
बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बागा ने कहा, "मध्य पूर्व में अस्थायी संघर्ष विराम कायम है। बाजार जोखिमों को नजरअंदाज कर एशिया से यूरोप और अमेरिका तक के शेयरों में तेजी ला रहे हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि फेड चेयरमैन पॉवेल की अमेरिकी कांग्रेस में गवाही अपेक्षानुसार थी, लेकिन बाजारों ने उनके तर्क में नरमी देखी।
शेयर बाजार का भविष्य
बागा के अनुसार, ट्रंप टैक्स बिल भी बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र होगा। "कुल मिलाकर, बाजार ईरान-इजराइल संघर्ष विराम के कारण ऊपर हैं, लेकिन स्थिति नाजुक बनी हुई है," उन्होंने जोड़ा।
शेयर बाजार में पिछले सत्र का प्रदर्शन
मंगलवार को भारतीय शेयरों ने उच्च स्तर पर समाप्ति की, जिसमें बीएसई सेंसेक्स लगभग 158 अंक बढ़ा और निफ्टी 50 ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 25,000 के स्तर को पार किया।
अमेरिकी बाजारों की स्थिति
मंगलवार को, अमेरिका के तीन प्रमुख सूचकांकों में तेज वृद्धि देखी गई। नास्डैक और एसएंडपी 500 अब अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के करीब हैं।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का कहना है कि इजराइल और ईरान के बीच तनाव कम हो रहा है। निवेशक अब आगामी वैश्विक घटनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो बाजारों को प्रभावित कर सकती हैं।
महत्वपूर्ण तिथियाँ
निवेशकों की नजर में एक महत्वपूर्ण तिथि 9 जुलाई है, जो अमेरिकी टैरिफ निर्णयों से संबंधित है। यदि टैरिफ चिंताओं को टाला या हल किया जाता है, तो बाजारों में तेजी जारी रह सकती है।