भारतीय वायुसेना को मिलेंगे नए तेजस मार्क 1 ए फाइटर जेट्स

भारतीय वायुसेना की नई ताकत
भारतीय वायुसेना को जल्द ही दो तेजस मार्क 1 ए फाइटर जेट्स प्राप्त होने वाले हैं। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड इन विमानों की डिलीवरी अक्टूबर में करेगा। रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने इस जानकारी की पुष्टि की है। यह डिलीवरी भारतीय वायु सुरक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करने की योजना का एक हिस्सा है। तेजस मार्क 1 ए एक अत्याधुनिक सिंगल इंजन मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जो हवाई सुरक्षा, समुद्री निगरानी और स्ट्राइक मिशन जैसे कई कार्यों को अंजाम दे सकता है। इसकी तैनाती वायुसेना की ऑपरेशनल क्षमता को काफी बढ़ाएगी, जिसमें उन्नत तकनीक शामिल है, जो इसे प्रभावशाली बनाती है।
डिलीवरी में देरी और परीक्षण
इंडियन एयरफोर्स को अक्टूबर में दो तेजस मार्क-1A मिलने की उम्मीद है, हालांकि इसमें पहले ही लगभग दो साल की देरी हो चुकी है। एयरफोर्स के प्रमुख ने इस पर चिंता भी व्यक्त की है। एचएएल के सूत्रों के अनुसार, अक्टूबर में ये दो तेजस विमानों की डिलीवरी की जाएगी। इस महीने तेजस-मार्क 1A के फायरिंग टेस्ट भी होंगे, जिसमें बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल अस्त्र का परीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा, शॉर्ट रेंज मिसाइल ASRAM और लेजर गाइडेड बम का भी परीक्षण किया जाएगा। सफल परीक्षण के बाद ही फाइटर जेट की डिलीवरी होगी।
मेक इन इंडिया मिशन की सफलता
पिछले हफ्ते एक मीडिया चैनल ने रिपोर्ट किया था कि मेक इन इंडिया मिशन को बड़ी सफलता मिली है। सरकार ने भारतीय वायुसेना के लिए 97 और तेजस मार्क 1 ए लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दी है, जिसकी लागत लगभग 67 हजार करोड़ रुपये है। वर्तमान में वायुसेना के पास 38 तेजस जेट सेवा में हैं और 80 जेट का निर्माण जारी है। नए ऑर्डर के बाद एचएएल का ऑर्डर बुक अगले चार से पांच वर्षों तक पूरी तरह भरा रहेगा। हालांकि, तेजस प्रोजेक्ट को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, विशेषकर इंजन डिलीवरी में देरी के कारण।