भारतीय रेलवे में 2025 के प्रमुख बदलाव: सुरक्षा, तकनीक और यात्री सुविधाओं में सुधार
भारतीय रेलवे का ऐतिहासिक वर्ष 2025
भारतीय रेलवे
वर्ष 2025 भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। इस वर्ष रेलवे ने तकनीकी उन्नति, पर्यावरण संरक्षण, यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और नेटवर्क विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। इन पहलों ने रेलवे को एक आधुनिक, डिजिटल और समावेशी परिवहन प्रणाली में बदलने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाया।
वंदे भारत और हाई-स्पीड ट्रेनों का विकास
इस वर्ष वंदे भारत एक्सप्रेस का नेटवर्क तेजी से बढ़ा। वंदे भारत 4.0 जैसे उन्नत संस्करणों की योजनाएं भी सामने आईं, जिनका उद्देश्य उच्च गति और बेहतर आराम प्रदान करना है। सेमी-हाई-स्पीड ट्रेनों की शुरुआत और उन्नत ट्रेनसेट्स के परीक्षण ने तेज और सुविधाजनक इंटरसिटी यात्रा को बढ़ावा दिया।
तकनीकी और सुरक्षा में सुधार
रेलवे ने इस वर्ष पुराने ट्रेन नियंत्रण प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में कदम उठाए। कवच ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम लागू किया गया और बिना फाटक वाले लेवल क्रॉसिंग को समाप्त करने का कार्य तेज किया गया। ब्रॉड गेज नेटवर्क का लगभग पूरा विद्युतीकरण भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही, जिससे संचालन में सुधार हुआ।
हरित पहल: हाइड्रोजन ट्रेन
पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाते हुए भारतीय रेलवे ने देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन का निर्माण किया। इसे परीक्षण के लिए तैयार किया गया, जिससे भारत उन देशों में शामिल हो गया जो शून्य-उत्सर्जन ट्रेनों पर काम कर रहे हैं।
यात्रियों के लिए डिजिटल सुधार
2025 में यात्री आरक्षण प्रणाली को नया रूप दिया गया और स्वारेल जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई। तत्काल टिकट बुकिंग में आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य किया गया। फर्जी बुकिंग को रोकने के लिए IRCTC ने 3 करोड़ से अधिक संदिग्ध उपयोगकर्ता आईडी को बंद किया। बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, दिव्यांग और दृष्टिहीन यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं भी बढ़ाई गईं।
नेटवर्क विस्तार और विशेष ट्रेनें
यात्रियों की बढ़ती संख्या को संभालने के लिए दिसंबर में 89 विशेष ट्रेनें चलाई गईं। स्वर्ण नगरी एक्सप्रेस जैसी नई सुपरफास्ट ट्रेनें भी शुरू की गईं, जिससे पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिला।
बजट और निवेश
केंद्रीय बजट 2025 में रेलवे के लिए 2.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रावधान किया गया, जिसमें बुनियादी ढांचे, विद्युतीकरण, सुरक्षा तकनीक और यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया।
कम ट्रेन हादसे
2025 में ट्रेन हादसों की संख्या पिछले 20 वर्षों में सबसे कम रही। अप्रैल से नवंबर के बीच केवल 11 हादसे दर्ज हुए। हालांकि कुछ बड़े हादसे भी हुए, लेकिन कुल मिलाकर सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया।
माल ढुलाई और आधुनिक इंजन
फ्रेट सेक्टर में भी मजबूती आई। अधिक शक्तिशाली इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव जोड़े गए और पूरे वर्ष माल ढुलाई का प्रदर्शन बेहतर रहा। कुल मिलाकर, 2025 भारतीय रेलवे के लिए बदलावों का वर्ष रहा, जिसमें तकनीक, सुरक्षा, पर्यावरण और यात्रियों की सुविधा के हर क्षेत्र में सुधार हुआ।
