भारतीय रेलवे की सुरक्षा में बड़ा निवेश: 1.3 लाख करोड़ का नया प्लान

भारतीय रेलवे ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 1.3 लाख करोड़ रुपए का नया बजट आवंटन करने की योजना बनाई है। यह कदम ट्रेन हादसों को रोकने के लिए उठाया जा रहा है, जिसमें रेल पटरियों के नवीनीकरण और स्वचालित सुरक्षा प्रणाली 'कवच' का विस्तार शामिल है। हाल की घटनाओं ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है, और सरकार ने इस दिशा में ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है। जानें इस योजना के पीछे के कारण और भविष्य की योजनाएं।
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भारतीय रेलवे की सुरक्षा में बड़ा निवेश: 1.3 लाख करोड़ का नया प्लान

भारतीय रेलवे की सुरक्षा पर ध्यान

भारतीय रेलवे की सुरक्षा में बड़ा निवेश: 1.3 लाख करोड़ का नया प्लान

भारतीय रेलवे

भारतीय रेलवे में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। इसके तहत, केंद्र सरकार इस क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा बजट आवंटन करने की योजना बना रही है। सूत्रों के अनुसार, वित्त वर्ष 2027 में सुरक्षा कार्यों के लिए प्रस्तावित व्यय 1.3 ट्रिलियन रुपए से अधिक हो सकता है। यह आवंटन रेल पटरियों के नवीनीकरण और स्वदेशी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली 'कवच' के विस्तार पर खर्च किया जाएगा।


रेलवे सुरक्षा पर बढ़ता खर्च

बढ़ेगा रेलवे सेफ्टी पर खर्च

भारतीय रेलवे के लिए सुरक्षा अब एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सार्वजनिक प्राथमिकता बन गई है। प्रस्तावित बजट में सुरक्षा कार्यों के लिए कुल कैपेक्स का लगभग आधा हिस्सा खर्च होने की संभावना है। इस वर्ष कुल कैपेक्स 2.76 ट्रिलियन रुपए होने का अनुमान है। पिछले एक दशक में दुर्घटनाओं की दर में कमी आई है, लेकिन हाल की घटनाओं ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।


दुर्घटनाओं की संख्या

कितने हुए रेल एक्सीडेंट?

वित्त वर्ष 2025 में रेलवे ने 31 दुर्घटनाएं दर्ज कीं, जबकि चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक 10 दुर्घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में टक्कर, आग और पटरी से उतरना शामिल हैं। पिछले 10 वर्षों में 678 दुर्घटनाओं में 748 लोगों की जान गई। हालांकि, ऑपरेशनल सेफ्टी इंडीकेटर्स में सुधार हुआ है।


कवच प्रणाली का विस्तार

कवच पर और होगा काम

कवच, जो भारत की स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है, को लोको पायलट की प्रतिक्रिया न देने की स्थिति में स्वचालित रूप से ब्रेक लगाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे 1,465 किलोमीटर के रूट पर तैनात किया गया है।


सुरक्षा पर खर्च का इतिहास

सेफ्टी पर 20 साल में कितना खर्च?

सुरक्षा परियोजनाओं पर खर्च में पिछले 20 वर्षों में भारी वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 2005-2014 के दौरान 70,273 करोड़ रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2015-2024 में 1.78 लाख करोड़ रुपए हो गया है।


भविष्य की योजनाएं

किन पर होगा फोकस?

सुरक्षा खर्च में वृद्धि का अधिकांश हिस्सा ट्रैक, लोकोमोटिव और कोच के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा। वित्त वर्ष 2026 के लिए, रेलवे ने पटरियों के नवीनीकरण के लिए 22,800 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।