भारतीय बैंकिंग में ऐतिहासिक विदेशी निवेश: एमिरेट्स एनबीडी का आरबीएल बैंक में बड़ा कदम

भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में एक ऐतिहासिक विदेशी निवेश की योजना सामने आई है, जिसमें एमिरेट्स एनबीडी आरबीएल बैंक में लगभग 3 अरब डॉलर का निवेश कर 60% हिस्सेदारी हासिल करेगा। यह सौदा भारतीय रिजर्व बैंक और अन्य नियामकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा। जानें इस महत्वपूर्ण सौदे के सभी पहलुओं के बारे में, जिसमें शेयरधारकों की मंजूरी और भविष्य की योजनाएं शामिल हैं।
 | 

भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में नया अध्याय

नई दिल्ली: भारतीय बैंकिंग उद्योग में एक महत्वपूर्ण विदेशी निवेश की योजना बन रही है। संयुक्त अरब अमीरात का प्रमुख बैंक, एमिरेट्स एनबीडी, आरबीएल बैंक में लगभग 3 अरब डॉलर (लगभग ₹26,850 करोड़) का निवेश करने जा रहा है, जिससे वह बैंक में 60% हिस्सेदारी हासिल करेगा। इस बहुमत हिस्सेदारी के साथ, एमिरेट्स एनबीडी बैंक का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेगा।


एक रिपोर्ट के अनुसार, एमिरेट्स एनबीडी इस सौदे के तहत आरबीएल बैंक के शेयर 280 रुपये प्रति शेयर की दर से खरीदेगा। यह सौदा भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश माना जा रहा है। हालांकि, इस लेनदेन को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), शेयरधारकों और अन्य नियामकीय संस्थाओं की मंजूरी की आवश्यकता होगी।


दोनों बैंकों के निदेशक मंडलों ने इस डील को पहले ही मंजूरी दे दी है। यह निवेश प्रेफरेंशियल इश्यू के माध्यम से किया जाएगा, जिसके बाद एमिरेट्स एनबीडी भारतीय शेयरधारकों से 26% तक की हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक अनिवार्य ओपन ऑफर भी लाएगा।


यह सौदा भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और अन्य नियामकों की मंजूरी मिलने के बाद ही पूरा होगा। आरबीएल बैंक ने अपने इस सौद पर शेयरधारकों की मंजूरी प्राप्त करने के लिए 12 नवंबर 2025 को एक एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) आयोजित करने की घोषणा की है। बैंक ने उम्मीद जताई है कि सभी नियामकीय और शेयरधारक मंजूरियों के बाद यह योजना 1 अप्रैल 2026 से लागू हो जाएगी.