भारतीय नौसेना की निगरानी में चीनी जहाज, हिंद महासागर में बढ़ती गतिविधियाँ

भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में चीनी जहाजों की गतिविधियों पर नज़र रखने की पुष्टि की है। वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन ने बताया कि वर्तमान में लगभग 40 जहाज तैनात हैं और यह संख्या बढ़ाने की योजना है। उन्होंने क्षेत्र में बाहरी शक्तियों की लगातार उपस्थिति और समुद्र में माल और तेल के परिवहन के महत्व पर भी प्रकाश डाला। जानें इस स्थिति के पीछे की रणनीतियाँ और तैयारियाँ।
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भारतीय नौसेना की निगरानी में चीनी जहाज, हिंद महासागर में बढ़ती गतिविधियाँ

भारतीय नौसेना की तैयारियाँ

भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन ने शुक्रवार को जानकारी दी कि उनकी सेना हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश करने वाले सभी जहाजों, जिनमें चीनी जहाज भी शामिल हैं, की निगरानी कर रही है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत, नौसेना किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह बयान बीजिंग द्वारा क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों में वृद्धि के संदर्भ में आया है।


वाइस एडमिरल ने बताया कि वर्तमान में लगभग 40 भारतीय नौसेना के जहाज हिंद महासागर में तैनात हैं, और यह संख्या 50 से अधिक करने की योजना बनाई जा रही है। वे विशाखापत्तनम में फरवरी 2026 में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू के संदर्भ में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों के कारण क्षेत्र में बाहरी शक्तियों की लगातार उपस्थिति बनी हुई है, जो समय के साथ बढ़ती जा रही है। हर समय, हिंद महासागर में कम से कम 40 भारतीय जहाज सक्रिय रहते हैं, और यह संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है।


यह बयान समुद्र में चीनी जहाजों की बढ़ती गतिविधियों और उनमें से कुछ के मॉरीशस की ओर बढ़ने की खबरों के बीच आया है। वाइस एडमिरल ने आश्वासन दिया कि उनकी टीम हर जहाज पर नज़र रख रही है, यह जानने के लिए कि वे क्या कर रहे हैं और कब आ रहे हैं या जा रहे हैं। चुनौतियाँ बनी हुई हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि हिंद महासागर माल और तेल के परिवहन का एक महत्वपूर्ण स्रोत बना हुआ है, और इसमें कोई बदलाव नहीं आया है।