भारतीय तेज गेंदबाजों का इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन निराशाजनक

इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स टेस्ट में भारतीय तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिससे टीम इंडिया को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मोहम्मद शमी ने अन्य गेंदबाजों को बुमराह से सीखने और उनका समर्थन करने की सलाह दी। जानें शमी ने क्या कहा और गेंदबाजी में सुधार के लिए क्या सुझाव दिए।
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भारतीय तेज गेंदबाजों का इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन निराशाजनक

लीड्स टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों की चुनौती

इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए टेस्ट मैच में भारतीय तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। इस मैच में टीम इंडिया के अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद शमी भी अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से असंतुष्ट नजर आए। इंग्लैंड ने 371 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल करते हुए भारत को 5 विकेट से हराया, जिससे उन्होंने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारतीय गेंदबाजों ने दोनों पारियों में 4.5 रन प्रति ओवर की दर से रन दिए, हालांकि जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से कुछ प्रभाव डाला।




पहले टेस्ट मैच के बारे में बात करते हुए शमी ने कहा कि अन्य गेंदबाजों को बुमराह से सीखने की आवश्यकता है और उन्हें मैच के दौरान उनका समर्थन करना चाहिए। बुमराह ने पहली पारी में 5 विकेट लिए, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने कोई विकेट नहीं लिया क्योंकि उन्होंने जोखिम नहीं उठाने का निर्णय लिया।




अपने यूट्यूब चैनल पर शमी ने कहा कि भारतीय टीम के अन्य गेंदबाजों को बुमराह से संवाद करना चाहिए और उनसे रणनीति बनाने में मदद लेनी चाहिए। यदि अन्य गेंदबाज बुमराह का समर्थन करेंगे, तो टीम को जीत हासिल करने में आसानी होगी। पहले मैच के संदर्भ में, उन्होंने कहा कि गेंदबाजी में सुधार की आवश्यकता है।




शमी ने यह भी बताया कि शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा के विकेटों का खेल पर कोई खास असर नहीं पड़ा, क्योंकि इंग्लैंड पहले से ही मजबूत स्थिति में था। उन्होंने नई गेंद से विकेट लेने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि बुमराह का साथ देना आवश्यक है। इंग्लैंड ने पहला टेस्ट इसलिए जीता क्योंकि भारत ने कई आसान रन दिए। हमें अपनी गेंदबाजी को मजबूत करने के तरीकों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।