भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ गेंद बदलने के नियमों पर उठाई चिंता
भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दौरान गेंद बदलने के नियमों पर अपनी चिंता व्यक्त की है। लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में गेंद के चयन में अनियमितता का आरोप लगाया गया है। टीम प्रबंधन का मानना है कि उन्हें एक पुरानी गेंद दी गई, जिससे उनकी प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। जानें इस मामले में क्या हुआ और आगामी मैचों में क्या उम्मीद की जा सकती है।
Jul 31, 2025, 15:27 IST
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गेंद बदलने के नियमों पर भारतीय टीम की आपत्ति
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के दौरान गेंद बदलने के नियमों को लेकर भारतीय टीम प्रबंधन असंतुष्ट है। उन्होंने मैच रफेरी को अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। प्रबंधन का मानना है कि इस महीने की शुरुआत में लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच की शुरुआत में गेंद के चयन में अनियमितता हुई।
एक रिपोर्ट के अनुसार, लॉर्ड्स में इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान, जब नई गेंद 10 ओवर के बाद खराब हो गई, तो टीम को 30-35 ओवर पुरानी गेंद दी गई। नियमों के अनुसार, नई गेंद को मूल गेंद के समान उम्र की होनी चाहिए, लेकिन अंपायर्स ने बताया कि स्टॉक में कोई गेंद 10 ओवर पुरानी नहीं थी।
भारतीय टीम का मानना है कि उन्हें पहले 10 ओवरों में स्विंग और सीम मूवमेंट वाली सख्त गेंद के बजाय एक नरम और पुरानी गेंद मिली, जिससे उन्हें टेस्ट में नुकसान हुआ। इंग्लैंड ने अंततः 22 रनों से जीत हासिल कर श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली। रोमांचक चौथा टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुआ और अंतिम मैच गुरुवार से शुरू होगा।
एक भारतीय टीम अधिकारी ने कहा कि लॉर्ड्स में लगभग 10 ओवर के बाद ड्यूक्स गेंद अपना आकार खोने लगी, जैसा कि इस श्रृंखला में अक्सर देखा गया है। गेंद दोनों रिंग से नहीं गुजर पाई। हालांकि, अंपायर्स के पास 10 ओवर पुरानी गेंद नहीं थी, इसलिए मैच के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर भारतीय टीम को 30-35 ओवर पुरानी गेंद दी गई। इसके बाद खेल का रुख कैसे बदला, यह स्कोरबोर्ड पर देखा जा सकता है। गेंदबाजों की स्विंग कम हो गई और इंग्लैंड ने आसानी से रन बना लिए।