भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का ISS से लौटने का कार्यक्रम

शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं, कल, 14 जुलाई को अपने दल के साथ पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। उनका दल ISS से लगभग 4:35 PM IST पर अलग होने का कार्यक्रम है, और उनका समुद्र में उतरना 15 जुलाई को लगभग 3 PM IST पर प्रशांत महासागर के कैलिफोर्निया तट पर होने की उम्मीद है।
मिशन की अवधि और दल
ड्रैगन अंतरिक्ष यान में उनकी वापसी यात्रा लगभग 22 घंटे तक चलेगी, जो उनके ISS पर लगभग 18 दिन के मिशन का समापन करेगी। Ax-4 दल में कमांडर पेगी व्हिटसन, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पायलट शुभांशु शुक्ला, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के प्रोजेक्ट अंतरिक्ष यात्री स्लावोज़ 'सुवे' उज़नांस्की-विस्निव्स्की और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री तिबोर कपु शामिल हैं।
वैज्ञानिक प्रयोग और गतिविधियाँ
अपने प्रवास के दौरान, दल ने कई वैज्ञानिक प्रयोग और आउटरीच गतिविधियाँ कीं। कल सुबह 08:55 AM CT (7:25 PM IST) पर NASA के एक्सपेडिशन 73 दल के साथ एक लाइव विदाई समारोह आयोजित किया जाएगा। Axiom Space ने X पर लिखा, 'Ax4 दल जल्द ही ISS पर अपने मिशन का समापन करेगा। कल सुबह 08:55 AM CT पर विदाई समारोह को लाइव देखें।'
वापसी में सामान
ड्रैगन अंतरिक्ष यान 580 पाउंड से अधिक सामान के साथ लौटेगा, जिसमें NASA का हार्डवेयर और मिशन के दौरान किए गए 60 से अधिक प्रयोगों के डेटा शामिल हैं। 'फ्लाइट डे 18' पर, कपु ने फल मक्खी के DNA मरम्मत अध्ययन पर काम जारी रखा, जो अंतरिक्ष विकिरण के तहत आनुवंशिक स्थिरता की जांच कर रहा था।
अन्य अध्ययन
ग्रुप कैप्टन शुक्ला और उनकी टीम ने सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में निरंतर ग्लूकोज मॉनिटर (CGMs) की सटीकता का परीक्षण किया, जो मधुमेह से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए अंतरिक्ष यात्रा में भाग लेने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अन्य अध्ययन में वॉयेजर डिस्प्ले शामिल थे, जो आंखों की गति और समन्वय की जांच कर रहे थे।
मिशन का आरंभ
Axiom Mission 4 का प्रक्षेपण 25 जून को SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से किया गया था। ड्रैगन अंतरिक्ष यान 26 जून को 4:05 PM IST पर ISS से सफलतापूर्वक जुड़ गया, जो समय से पहले हुआ।