भारत से अमेरिका लौटे 2,790 नागरिक, अवैध प्रवास पर सख्त कार्रवाई

भारत के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इस वर्ष 2,790 भारतीय नागरिक अमेरिका से वापस लौट चुके हैं। ये नागरिक अवैध रूप से रह रहे थे और उनकी राष्ट्रीयता की जांच की गई। इसके अलावा, यूके से भी अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को निकाला गया है। अमेरिका में अवैध प्रवासियों की संख्या में कमी आई है, जो पिछले चार वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है। जानें इस मुद्दे पर और क्या जानकारी सामने आई है।
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भारत से अमेरिका लौटे 2,790 नागरिक, अवैध प्रवास पर सख्त कार्रवाई

भारत के विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट

भारत से अमेरिका लौटे 2,790 नागरिक, अवैध प्रवास पर सख्त कार्रवाई

रणधीर जायसवाल

भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, जिसमें बताया गया कि इस वर्ष के प्रारंभ से अब तक 2,790 भारतीय नागरिक अमेरिका से वापस लौट चुके हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि ये नागरिक वहां अवैध रूप से रह रहे थे और आवश्यक मानदंडों को पूरा नहीं कर रहे थे।

साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में जायसवाल ने कहा, “जनवरी से अब तक 2,790 से अधिक भारतीय नागरिक अमेरिका से लौट चुके हैं, जो वहां अवैध रूप से निवास कर रहे थे। उनकी राष्ट्रीयता और क्रेडेंशियल्स की जांच की गई और उन्हें वापस भेजा गया। यह आंकड़ा 29 अक्टूबर तक का है।”

राष्ट्रीयता की जांच की प्रक्रिया

जायसवाल ने बताया कि सभी नागरिकों की राष्ट्रीयता की पुष्टि की गई थी। उन्होंने कहा, “उनकी वापसी से पहले हमने उनके दस्तावेजों और राष्ट्रीयता की जांच की, और इसके बाद ही उन्हें वापस भेजा गया। यह प्रक्रिया भारत और अमेरिका के अधिकारियों के बीच कानूनी और कूटनीतिक नियमों के तहत की गई।”

यूके से भी नागरिकों की वापसी

अमेरिका के अलावा, यूके से भी अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को निकाला गया है। जायसवाल ने कहा, “यूके से इस वर्ष लगभग 100 भारतीय नागरिकों को उनकी राष्ट्रीयता की जांच के बाद वापस भेजा गया है।” यह दर्शाता है कि भारत और अन्य देशों ने अवैध प्रवास को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए हैं।

अमेरिका में अवैध प्रवासियों की संख्या में कमी

अमेरिका ने अवैध रूप से निवास कर रहे भारतीय नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले चार वर्षों में अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। यह गिरावट 2021 के बाद से सबसे बड़ी साल-दर-साल गिरावट मानी जा रही है, जो कोविड महामारी के बाद आर्थिक समस्याओं के कारण बढ़ी थी।