भारत-रूस वार्ता: मोदी और पुतिन के बीच महत्वपूर्ण चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच नई दिल्ली में हुई द्विपक्षीय वार्ता ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। इस बैठक में रणनीतिक साझेदारी, रक्षा सहयोग, और यूक्रेन संकट जैसे विषयों पर विचार किया गया। मोदी ने भारत-रूस संबंधों की दीर्घकालिक नींव और विश्वास की ताकत पर जोर दिया। दोनों नेताओं के बीच संवाद की निरंतरता और शांति की दिशा में लौटने की उम्मीद ने इस वार्ता को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।
| Dec 5, 2025, 13:16 IST
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात
नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता का औपचारिक आरंभ हुआ। यह बैठक वैश्विक और क्षेत्रीय परिदृश्यों के संदर्भ में अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसमें रणनीतिक सहयोग, रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और यूक्रेन संकट जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद है।
वार्ता की शुरुआत में, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-रूस संबंधों की दीर्घकालिक नींव और नेतृत्व की दृष्टि पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि 2001 में हमने जो भूमिका निभाई, वह इस बात का एक आदर्श उदाहरण है कि एक दूरदर्शी नेता कैसे सोचता है—वे कहाँ से शुरुआत करते हैं और रिश्तों को कितनी दूर तक ले जा सकते हैं। भारत-रूस संबंध इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं।”
मोदी ने यह भी बताया कि यूक्रेन संकट के आरंभ के बाद से दोनों देशों के बीच संवाद लगातार बना रहा है। उन्होंने कहा, “समय-समय पर आपने एक सच्चे मित्र की तरह हमें हर बात से अवगत कराया है। मेरा मानना है कि विश्वास एक बहुत बड़ी ताकत है… राष्ट्रों का कल्याण शांति के मार्ग में निहित है। हम सब मिलकर दुनिया को उस मार्ग पर ले जाएँगे।”
मोदी ने हाल के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों पर भरोसा जताते हुए कहा कि दुनिया एक बार फिर शांति की दिशा में लौटेगी। हैदराबाद हाउस में चल रही यह बैठक दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। वार्ता के बाद संयुक्त बयान जारी होने की संभावना है।
