भारत में हानिकारक मसालों का खुलासा: कैंसर पैदा करने वाले केमिकल्स की पहचान

हाल ही में, भारत में कई मसालों में कैंसरकारी रसायनों की उपस्थिति की पुष्टि हुई है। राजस्थान की पांच कंपनियों के मसाले असुरक्षित पाए गए हैं, जिनमें प्रमुख ब्रांड शामिल हैं। इस लेख में, हम इन हानिकारक मसालों और उनके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। जानें कि कौन से मसाले आपके लिए सुरक्षित नहीं हैं और इनसे बचने के उपाय क्या हैं।
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भारत में हानिकारक मसालों का खुलासा: कैंसर पैदा करने वाले केमिकल्स की पहचान

भारत में हानिकारक मसालों की पहचान

भारत में हानिकारक मसालों का खुलासा: कैंसर पैदा करने वाले केमिकल्स की पहचान


हाल ही में, विदेशों में भारत की दो प्रमुख कंपनियों के चार मसालों पर प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि इनमें हानिकारक और कैंसरकारी रसायनों की उपस्थिति पाई गई थी। अब, भारत में भी पांच कंपनियों के मसालों में इसी तरह की समस्याएं सामने आई हैं।


इस लेख में, हम आपको इन हानिकारक मसालों और उनमें मौजूद खतरनाक रसायनों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।


1. भारत में उपभोक्ता के लिए असुरक्षित मसाले

भारत के मसाले अपनी प्रसिद्धि के लिए जाने जाते हैं, जो अंग्रेजों को भी आकर्षित कर चुके हैं। इनकी अनोखी स्वाद के कारण, भारतीय मसाले आज भी वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हैं। हाल ही में, यह जानकारी सामने आई कि हांगकांग और सिंगापुर में भारत की दो बड़ी कंपनियों के चार मसालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन मसालों में ऐसे रसायनों की मात्रा अधिक पाई गई है, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। अब, राजस्थान की पांच कंपनियों के सात मसालों को भी खाने के लिए असुरक्षित घोषित किया गया है।


2. खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण

(FSSAI) ने बार-बार चेतावनी दी है कि खुले मसालों में मिलावट हो सकती है और इन्हें नहीं खाना चाहिए, लेकिन अब बड़े ब्रांडों पर भी भरोसा करना मुश्किल हो रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 8 मई को राजस्थान सरकार ने 93 नमूने एकत्र किए, जिनमें से पांच प्रमुख भारतीय कंपनियों के मसाले असुरक्षित पाए गए।


3. असुरक्षित भारतीय मसाला ब्रांड

एमडीएच, एवरेस्ट, गजानंद, श्याम और शीबा ताजा के मसालों में विवादास्पद रसायनों की मात्रा अधिक पाई गई है। इन रसायनों का अधिक सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत इन पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, MDH के गरम मसाले में acetamiprid, thiamethoxam और imidacloprid, जबकि सब्जी मसाला और चना मसाला में tricyclazole और profenofos की मात्रा अधिक पाई गई।


4. थायमिथोक्सम के दुष्प्रभाव

थायमिथोक्सम एक कीटनाशक के रूप में उपयोग होता है। अध्ययन के अनुसार, यदि इसका लंबे समय तक उपयोग किया जाए, तो यह मस्तिष्क, जिगर और महिला प्रजनन स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।


5. एवरेस्ट, श्याम, गजानंद और शीबा ताजा के मसाले

एवरेस्ट का जीरा मसाला, श्याम का गरम मसाला, गजानंद का अचार मसाला और शीबा ताजा का रायता मसाला में भी Acetamiprid, Thiamethoxam, Ethion और Azoxystrobin पाए गए हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।


6. कैंसर का जोखिम

कीटनाशक हमेशा से मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रहे हैं, लेकिन इनका खतरा इस बात पर निर्भर करता है कि इनका सेवन कितना किया गया है और क्या ये कार्सिनोजेनिक हैं। अध्ययन के अनुसार, चूहों में थायमिथोक्सम लिवर कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए, इन कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना जाता है।