भारत में हवाई यात्रा का नया युग: नए हवाई अड्डों और उड़ान मार्गों का उद्घाटन

भारत में विमानन अवसंरचना में बदलाव
भारत विमानन अवसंरचना और हवाई संपर्क में एक महत्वपूर्ण बदलाव के दौर से गुजर रहा है। 2025 में कई नए हवाई अड्डों का उद्घाटन और नए उड़ान मार्गों की शुरुआत की जाएगी। सरकार का उद्देश्य क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देना और टियर-2 तथा टियर-3 शहरों को प्रमुख महानगरों से जोड़ना है। हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19,650 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया, जिसका वाणिज्यिक संचालन दिसंबर 2025 तक शुरू होने की उम्मीद है। यह अत्याधुनिक हवाई अड्डा मुंबई हवाई अड्डे पर बढ़ते दबाव को कम करेगा और एक प्रमुख विमानन केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन 30 अक्टूबर को होने जा रहा है, जहाँ से 45 दिनों के भीतर घरेलू उड़ानें शुरू होंगी। पहले चरण में, यह लगभग 10 भारतीय शहरों को जोड़ेगा और जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी शुरू की जाएँगी।
क्षेत्रीय हवाई अड्डों का विकास
2025 तक, कई क्षेत्रीय हवाई अड्डों का संचालन या विस्तार किया जाएगा, जिससे सीधी उड़ानें शुरू होंगी और पूरे देश में व्यापार, पर्यटन और संपर्क को बढ़ावा मिलेगा। बिहार का पूर्णिया अब इंडिगो और स्टार एयर द्वारा कोलकाता और अहमदाबाद से सीधे जुड़ गया है, जिसका परिचालन 15 सितंबर से शुरू हुआ।
हिंडन हवाई अड्डे का विस्तार
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन हवाई अड्डे को नौ प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, गोवा, वाराणसी, पटना, इंदौर और अहमदाबाद से जोड़ दिया गया है। इंडिगो ने जुलाई में इन मार्गों पर वाणिज्यिक उड़ान सेवाएँ शुरू की थीं।
ओडिशा के हवाई अड्डों का विकास
ओडिशा के बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 1 जनवरी से देहरादून, इंदौर और कोच्चि के लिए नई उड़ानें शुरू की हैं। वहीं, झारसुगुड़ा स्थित वीर सुरेंद्र साईं हवाई अड्डे (VSSA) ने हैदराबाद, लखनऊ और रायपुर के लिए उड़ानें शुरू की हैं। एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्टार एयर ने इन मार्गों पर उड़ान संचालन के लिए राज्य सरकार के साथ साझेदारी की है, जो जनवरी में शुरू हुई।