भारत में स्वास्थ्य सेवा की दिशा में नए कदम: जेपी नड्डा का बयान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए नई नीतियों और योजनाओं पर जोर दिया। उन्होंने 2017 में लागू की गई स्वास्थ्य नीति के महत्व और आयुष्मान भारत योजना की सफलता के बारे में बताया। इसके अलावा, जन औषधि योजना के माध्यम से दवाओं की सस्ती उपलब्धता पर भी चर्चा की। जानें, कैसे ये पहल भारत में स्वास्थ्य सेवा को सशक्त बना रही हैं।
Oct 9, 2025, 14:22 IST
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स्वास्थ्य सेवा पर जोर
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने हाल ही में किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने एक मजबूत और समावेशी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के विकास के लिए अपने विचार साझा किए। फिक्की हील 2025 कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने बताया कि 2017 में लागू की गई स्वास्थ्य नीतियों का उद्देश्य निवारक स्वास्थ्य सेवाओं और शीघ्र पहचान को बढ़ावा देना है।
नई स्वास्थ्य नीति का महत्व
मंत्री ने बताया कि भारत ने 1998 के बाद 2017 में एक नई स्वास्थ्य नीति बनाई, जो सभी हितधारकों की भागीदारी से विकसित की गई। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत निवारक स्वास्थ्य सेवाओं और शीघ्र पहचान पर ध्यान केंद्रित किया गया है। सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए, 1.7 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थापना की गई है, जिससे स्वास्थ्य सेवा का आधार मजबूत हुआ है।
आयुष्मान भारत योजना की सफलता
मंत्री ने आयुष्मान भारत योजना की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला, जो अब दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कवरेज कार्यक्रम बन चुका है। इस योजना के तहत 62 करोड़ से अधिक लोग 5 लाख रुपये के स्वास्थ्य कवर का लाभ उठा रहे हैं, जिसमें 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए विशेष प्रावधान भी शामिल हैं।
जन औषधि योजना का योगदान
नड्डा ने जन औषधि योजना की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया, जिसने दवाओं को सस्ती बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि देश ने चिकित्सा बुनियादी ढांचे में भी महत्वपूर्ण निवेश किया है। इसके साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में अपर्याप्त व्यय को एक बड़ी चुनौती बताया।